सूरजपुर । राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में नि-क्षय पोटल में एन्ट्री एक महत्वपूर्ण सूचकांकों में से एक है इस दिशा में आकांक्षी प्रतापपुर में अच्छी पहल की जा रही हैं। सर्वाधिक एन्ट्री आयुष्मान आरोग्य मंदिर सरहरी, केवरा और दवनकरा की दिख रही है। हालांकि इस दिशा में सभी केन्द्र प्रयासरत है। विगत दिनों पिरामल फाऊंडेशन के राज नारायण द्विवेदी और महेन्द्र तिवारी ने विजिट कर कुछ केन्द्रों में इसके लिए एडवोकेसी किया परिणाम अच्छा आने का संकेत है।
जहां कहीं कुछ समस्या आ रही थी उसे तत्काल समाधान के लिए सुझाव भी प्रेषित किया गया। आयुष्मान आरोग्य मंदिर दवनकरा में सम्पर्क कर स्वास्थ्य कार्यकर्ता से राज नारायण द्विवेदी ने चर्चा करते हुए कहा कि टीबी को लेकर सभी को गम्भीर रहना है टीबी मुक्त भारत के लिए केन्द्र और राज्य दोनों का फोकस है सूरजपुर जिला में विशेष महाअभियान भी चल रहा है इस लिए जमीनी स्तर से लेकर आनलाईन पोटल तक के रिपोर्ट को बारिकी पूर्ण ढ़ंग से समीक्षा हो रही है दवनकरा किसी भी विषय वस्तु में पीछे न रहें।
दवनकरा के स्वास्थ्य कार्यकर्ता बड़े लगन से स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों को गम्भीरता पूर्वक करते हैं। उनके परिश्रम का फल मिलना चाहिए। सीएचओ विनिता एक्का व्यक्तिगत रूप से टीबी पेसेंटों के घर सम्पर्क कर समझाई देती जिससे पेशेन्ट खुश रहते हैं। एएनएम का प्रयास भी अच्छा है। इन्हीं तथ्यों को देखते हुये दवनकरा टीबी मुक्त पंचायत के ओर अग्रसर हो रहा है। नि-क्षय पोटल की समीक्षा बीपीएम सतीश श्रीवास्तव एवं बीडीएम विनित कुमार द्वारा लगातार करने से परिणाम अच्छा आ रहा है। नि-क्षय पोटल पर एन्ट्री अनिवार्य और आवश्यक है इससे ब्लॉक और आयुष्मान आरोग्य मंदिर की उपलब्धियां दिखेंगी।