श्योपुर। पढ़ने लिखने में हमेशा से होशियार रहने वाला दीपक जब श्योपुर रहता था तो उसका व्यवहार काफी अच्छा था, लेकिन दिल्ली जाने के बाद वह इतना कैसे बदल गया कि, मासूम-से दिखने वाले इस युवक ने अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया।
उल्लेखनीय है कि श्योपुर में यह दिल दहला देने वाला मामला सामने आया था। यहां गोद लिए एक बेटे ने सो रही बुजुर्ग मां की हत्या कर उनके शव को बाथरूम में दफन कर दिया था। यह घटना श्योपुर की पॉश कॉलोनी के वार्ड क्रमांक 7 में हुई और तो और बेटे ने ही अपनी मां के लापता होने की सूचना स्वजनों और पुलिस को दी थी। 65 वर्षीय भुवनेंद्र पचौरी व उनकी पत्नी ऊषा देवी ने संतान न होने पर एक बच्चे को अनाथ आश्रम से गोद लिया था। तब आरोपित दीपक की उम्र करीब 2-3 साल थी। इसके बाद से दीपक मां-बाप के साथ रह रहा था।
शहर के रेलवे कालोनी में हुई दिल दहलाने की घटना के बारे में सुनकर हर कोई आश्चर्यचकित रह गया। स्थानीय निवासी विकास का कहना है कि, दीपक जब यहां रहता था तो वह मोहल्ले में सबसे अच्छे से ही बोलता था। कभी सोच भी नहीं सकते थे कि वह इस तरह की घटना को अंजाम दे सकता है।लोगों के अनुसार दिल्ली जाने के बाद शायद वह गलत संगत में पढ़ गया जिस वजह से उसका व्यवहार इतना बदल गया और उसने इस घटना को अंजाम दिया है। दीपक पढ़ाई में शुरू अव्वल रहा है उसके दोस्त भी इस बारे में कई बार बोलते थे दीपक तुम्हारा दिमाग में पढ़ाई अच्छा है, इसलिए तुम कोई अच्छी तैयारी करना।
एक दोस्त ने नाम नहीं छापने की शर्त बताया कि दीपक जब हमारे साथ पढ़ता था तब कहता था कि, वह घर पर उसकी मां के व्यवहार से काफी परेशान हैं, कई मन करता है कि घर छोड़कर कहीं चला जाऊं। जब उसे समझाते थे तो वह हमारी बात मान लिया करता था।