एमसीबी । कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशन में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत जिले को ओडीएफ प्लस मॉडल बनाने जनपद सभागार मनेंद्रगढ़ में पंचायत प्रतिनिधियों एवं स्वच्छग्राहियों के मध्य ओडीएफ प्लस ग्राम निर्माण की समझाईश विकसित करने कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में ओडीएफ प्लस मॉडल गांव प्रमुख आयाम एवं ग्राम पंचायत के उत्तरदायित्व के साथ डोर टू डोर अपशिष्ट संग्रहण एवं पृथक्करण की प्रक्रिया को समझ विकसित की गई। जिससे ग्रामीण अंचलों में भी शहर की तर्ज पर डोर टू डोर अपशिष्ट संग्रहण एवं पृथक्करण का क्रियान्वयन सुचारू रूप से संचालित करने में ग्राम पंचायत की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
कार्यशाला में उपस्थित परियोजना निदेशक नितेश उपाध्याय ने स्पष्ट रूप से ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव को निर्देश दिए हैं कि गांव के चौक चौराहे सार्वजनिक स्थल सामुदायिक सहभागिता से साफ-स्वच्छ प्रतीक होंगे। रिसोर्स सेग्रीगेशन के आधार पर घर से निकलने वाले गीले कचरे को परिवार के मुखिया या परिवार जनों के द्वारा प्रबंध किया जाएगा एवं घरों से निकलने वाले ठोस अर्थात सूखे कचरे का संग्रहण का कार्य स्वच्छागृही समूह के द्वारा किया जाएगा। परिणाम स्वरूप जहां एक ओर गांव की गंदगी दूर होगी और बीमारियों से निजात मिलेगी वहीं दूसरी ओर स्वयं सहायता समूह की स्वच्छताग्राही महिलाओं को अतिरिक्त आय का स्रोत अपशिष्ट संग्रह कार्य बनेगा, ग्राम पंचायत के माध्यम से प्रतिमाह प्रत्येक परिवार से 10,20 रूपये स्वच्छता शुल्क के रूप में लिया जाएगा।
ग्राम पंचायत में सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी करने पर होगी जुर्माने की कार्रवाई साथ सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध हेतु किया जाएगा। कार्यशाला में जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनआरएलएम रितेश पाटीदार, जिला सलाहकार राजेश जैन, ब्लॉक समन्वयक नेहा सिंह, प्रभा प्यासी के साथ ग्राम पंचायत चैनपुर, चौघडा लालपुर, बेलबहरा, नागपुर, महाराजपुर पाराडोल, लाई, परसगडी, शंकरगढ़, चंवरीडांड, पिपरिया सहित ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव एवं स्वच्छ ग्राही उपस्थित रहे।