अंबिकापुर । कलेक्टर विलास भोस्कर की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग की संयुक्त बैठक संपन्न हुई। बैठक में तीनों विभागों के खंड स्तरीय अमला शामिल हुआ जिन्हें संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जिले में कुल 174 विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बहुल बसाहटें हैं। पीएम जनमन योजना के तहत इन बसाहटों में शासन के निर्देश एवं मंशानुरूप विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन और हितग्राहियों को लाभ सुनिश्चित किया जाना है। इसी कड़ी में विकास के विभिन्न पहलुओं में स्वास्थ्य एवं पोषण सबसे महत्वपूर्ण है। माताओं, किशोरियों एवं बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण को मद्देनजर रखते हुए महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग को दायित्व सौंपे गए हैं।
बैठक में कलेक्टर ने 31 जनवरी तक गर्भवती एवं शिशुवती माताओं, किशोरियों एवं बच्चों की स्वास्थ्य जांच करने निर्देशित किया है जिसमें एनीमिया, कुपोषण और सिकल सेल जांच सहित विभिन्न जांच शामिल है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार लाने पोषण आहार को जोड़ा जायेगा। मेडिकल जांच इन बसाहटों में लगातार जारी रखी जाए। शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने गर्भवती माताओं का अनिवार्य पंजीयन और उनकी हर माह एएनसी यानी प्रसव पूर्व देखभाल जांच सुनिश्चित की जाए। शिशुओं में आवश्यक टीकाकरण सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं और किशोरियों को हाइजीन बरतने, के साथ व्यवहार परिवर्तन की भी जानकारी दें, जिससे विभिन्न बीमारियों से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि समाज के सबसे संवेदनशील वर्ग महिलाओं और बच्चों के लिए सीधे काम करने का अवसर मिला है। अपने दायित्वों को गंभीरता से निर्वहन करें जिससे जिले में इस दिशा में बेहतर परिणाम दिखे।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत नूतन कंवर, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास जे आर प्रधान, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरएन गुप्ता, जिला आयुर्वेद अधिकारी डीके जयसवाल, डीपीएम एनएचएम पुष्पेंद्र राम सहित सीईओ जनपद पंचायत एवं खंडस्तरीय अमला शामिल रहा।