मुख्यमंत्री ने मांदर पर दी थाप तो नृत्‍य करने से खुद को रोक नहीं पाईं पत्‍नी कौशल्या…

छत्तीसगढ़ जसपुर रायपुर

जशपुर//रायपुर।
मांदर की थाप, आकर्षक वेशभूषा और आदिवासी लोक नृर्तकों की लयबद्धता भला किसको आकर्षित नहीं करेगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी अपने आप को नहीं रोक सके और अपने गृहग्राम बगिया में कर्मा दलों के आग्रह पर सपत्निक शामिल होकर नृत्य किया। एक मंझे लोक कलाकार की तरह नृत्य करते हुए मुख्यमंत्री साय को देखकर जनमानस को सुखद अनुभूति हो रही थी कि उनमें आदिवासी संस्कृति के प्रति वहीं आदर भाव और सम्मान है।
जशपुर अंचल सहित पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में कर्मा नृत्य सुप्रसिद्ध है। यह आदिवासी समाज का प्रमुख नृत्य है। भादो मास की एकादशी को उपवास के पश्चात् करमवृक्ष की शाखा को घर के आंगन या चौगान में रोपित किया जाता है। दूसरे दिन कुल देवता को नवान्न समर्पित करने के बाद ही उसका उपभोग शुरू होता है। कर्मा नृत्य नई फ़सल आने की खुशी में किया जाता है।


मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने गृहग्राम बगिया में स्व-समूह की महिलाओं से मुलाकात कर उनकी गतिविधियों की जानकारी ली और महिलाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों की तारीफ की। साय ने कहा कि स्व-सहायता समूहों में महिलाओं को अधिक से अधिक जोड़े ताकि महिलाओं को रोजगार मिल सके और वे आर्थिक रूप से स्वावलंबी हो सके। उन्होंने कहा कि स्व-सहायता समूहों के उत्पादों को मार्केट उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन की पहल जशपुर ब्राण्ड के नाम से बिक्री के लिए पहल की जा रही है। इसके लिए एक अलग से वेबसाईट भी बनायी गई है, ताकि इन उत्पादों की बिक्री के लिए आसानी से मार्केट उपलब्ध हो सके।
स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि समूहों द्वारा महुआ, कोदो, चावल, हर्रा, टाऊ कटहल इमली चाय, माउथ फ्रेशनर आदि बनाने का काम किया जा रहा है। अनीश्वरी भगत ने उनके समूह द्वारा महुआ से लड्डू बनाया जा रहा है। कस्तूरी ठाकुर ने आन लाइन पर्चेसिंग काम करती हैं।