बालवाड़ी केंद्रों के शिक्षकों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण

बिलाईगढ़ । शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने लगातार हर सम्भव प्रयास किया जाता रहा है। छत्तीसगढ़ में अलग-अलग सरकार अपनी-अपनी योजनाओं के माध्यम से आंगनबाड़ी व सरकारी स्कूलों के बच्चों का भविष्य बनाने भरपूर प्रयास कर रही है। शायद यही वजह है कि सरकार अनेक योजनाओं के तहत शिक्षकों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी तरह-तरह […]

बिलाईगढ़ । शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने लगातार हर सम्भव प्रयास किया जाता रहा है। छत्तीसगढ़ में अलग-अलग सरकार अपनी-अपनी योजनाओं के माध्यम से आंगनबाड़ी व सरकारी स्कूलों के बच्चों का भविष्य बनाने भरपूर प्रयास कर रही है। शायद यही वजह है कि सरकार अनेक योजनाओं के तहत शिक्षकों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी तरह-तरह का प्रशिक्षण देती है।

इसी कड़ी में बिलाईगढ़ ईलाका के 98 संचालित बालवाड़ी केंद्रों के शिक्षक,शिक्षिकाओं व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बता दें कि बिलाईगढ़ के सामुदायिक भवन में  विकासखंड स्तरीय तीन दिवसीय बालवाड़ी प्रशिक्षण आयोजित किया गया हैं। प्रशिक्षण 6 जून से शुरू होकर 8 जून तक जारी हैं। यह प्रशिक्षण सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलता है। इस प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण देने  दो मास्टर ट्रेनर तैयार किया  गया है जो शिक्षक, शिक्षिकाओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रहें हैं।

जानकारी के मुताबिक बालवाड़ी योजना का उद्देश्य राज्य भर के 5-6 साल के बच्चों के मनासिक अध्यात्म, बुद्धि विकास को बढ़ावा देने सहित उनके सीखने, समझने की क्षमता व खेल-खेल में उन्हें विकास करना है। इसके अलावा उन्हें स्कूल जाने के लिए पूरी तरह से तैयार करना है ताकि वह पहली कक्षा में पढ़ने स्कूल जाए तो वह उस लायक पूरी तरह से तैयार हो चुके हो।

वहीं दूसरी ओर यह भी जानकारी सामने आई हैं कि बिलाईगढ़ ईलाका के कुछ बालवाड़ी केंद्रों को शासन की ओर से पंद्रह-पंद्रह हजार की भी मदद दी गई है, ताकि बालवाड़ी केंद्रों में बच्चों को आकर्षित करने चित्रकारी, पेंटिंग की जा सके।

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