मतगणना पर्यवेक्षक, सहायक और माइक्रो ऑब्जर्वर को दिया गया प्रशिक्षण

छत्तीसगढ़ सूरजपुर

सूरजपुर । कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी संजय अग्रवाल के निर्देशन में मतगणना के संबंध में मतगणना पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक और माइक्रो ऑब्जर्वर का प्रशिक्षण जिला पंचायत सूरजपुर के सभाकक्ष में आयोजित किया गया। जिसमें जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर पी.सी. सोनी प्राचार्य द्वारा बताया गया कि निर्वाचन की प्रक्रिया में मतगणना का कार्य बेहद महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील कार्य है। 

मतगणना का पूरा कार्य रिटर्निंग ऑफिसर के निर्देशन एवं निगरानी में होता है। तीनों विधानसभा क्षेत्र- प्रेमनगर (04), भटगांव(05) और प्रतापपुर (06) की मतगणना आईटीआई भवन पर्री में 3 दिसम्बर को किया जाना है। मतगणना केंद्र पर नियुक्त सभी गणना कर्मचारी, अभ्यर्थी, निर्वाचन अभिकर्ता, गणन अभिकर्ता को मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाना निषेध है। मतगणना स्थल में प्रवेश के पूर्व सभी व्यक्तियों की सघन चेकिंग की जाएगी। मतगणना केंद्र में जिला निर्वाचन अधिकारी, रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा जारी फोटो युक्त पहचान पत्र के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। मतगणना का कार्य एक बड़े मतगणना हॉल में संपन्न होगा। जिसमें मशीनों से मतों की गणना के लिए कुल 14 टेबल लगाए जाएंगे। तीन टेबल डाक मतपत्र की गणना हेतु लगाया जाएगा। प्रत्येक गणना टेबल पर गणना का कार्य मतगणना दल द्वारा किया जाएगा। जिसमें एक गणना पर्यवेक्षक एक गणना सहायक और एक माइक्रो आब्जर्वर निगरानी हेतु रहेंगे। 

निर्वाचन आयोग द्वारा नियत समय सुबह 8 बजे से मतगणना प्रारंभ होगा। मतगणना के प्रारंभ होने रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा मतगणना की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 128 को जोर से पढ़ा जाएगा। जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर ने बताया कि प्रत्येक गणना टेबल के लिए अभ्यर्थी अपने गणन अभिकर्ता बना सकते हैं। गणन अभिकर्ता को मतगणना हाल में घूमने की अनुमति नहीं होगी, वह आबंटित टेबल पर ही बैठेंगे। निर्वाचन संचालन नियम 1961 की 54 क के अनुसार रिटर्निंग ऑफिसर के टेबल पर डाक मतपत्रों की गणना सबसे पहले प्रारंभ होगी। इसके आधे घंटे बाद समय 8ः30 सुबह से ई.व्ही.एम. से मतों की गणना का कार्य शुरू होगा। 

मतगणना कर्मियों को डाक मत पत्र गणना की प्रक्रिया को विस्तार पूर्वक बताया गया। उन्हें यहां भी बताया गया की डाक मतपत्र किन-किन कारणों से खारिज किए जाते हैं और डाक मत पत्रों की संवीक्षा किस प्रकार किया जाता है। सभी गणना कर्मियों को ई.व्ही.एम. से मतों की गणना के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षण में व्ही.व्ही.पेट के पेपर पर्चियों के गणना के बारे में जानकारी दी गई।

इस प्रशिक्षण में जिला निर्वाचन अधिकारी संजय अग्रवाल द्वारा गणना कर्मियों को संबोधित करते हुए आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया। उन्होंने गणना कर्मियों को गणना के अंकों की सही प्रविष्टि करना और उसका सटीक योग रहे, के बारे में निर्देश दिया प्रशिक्षण के जिला टेबुलेशन प्रभारी लीना कोसम व अन्य संबंधित उपस्थित थे।