बोर्ड परीक्षा में English की तैयारी के लिए जरूर अपनाएं एक्‍सपर्ट के ये टिप्‍स, आएंगे अच्‍छे मार्क्‍स

छत्तीसगढ़ रायपुर

रायपुर I छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड (CGBSE) की परीक्षाएं सिर पर हैं और कहीं न कहीं इस समय छात्र बड़े जोर-शोर से तैयारी में जुटे हुए हैं। कम समय में हर विषय की तैयारी समान तरीके से नहीं कर पाते हैं। खासतौर पर अंग्रेजी विषय ऐसा होता है, जिसकी तैयारी करने में छात्रों को समस्या होती है। इस साल 10वीं का अंग्रेजी का पेपर छह मार्च को है, जबकि 12वीं का अंग्रेजी की परीक्षा चार मार्च को होगी। इसके लिए जब विषय विशेषज्ञों से तैयारी का तरीका पूछा तो उन्होंने काफी अच्छे सुझाव दिए।

पीजी उमाठे स्वामी आत्मानंद शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शांति नगर की अंग्रेजी व्याख्याता और विशेषज्ञ महिमा चंद्राकर ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी का प्रश्न पत्र का उत्तर देने का प्रयास करने के लिए धैर्य के साथ उचित अभ्यास की आवश्यकता होती है। छात्रों को इस चीज का ध्यान रखना जरूरी होगा कि उन्हें किस प्रश्न को कितना समय देना है।

प्रश्न पत्र के प्रत्येक अनुभाग का उत्तर एक निश्चित समय-सीमा के भीतर देने का प्रयास करना चाहिए, जिससे वह पूरा पेपर हल करने में सक्षम रहे। इसके साथ ही छात्रों को रिवीजन के लिए भी योजनाबद्ध तरीके से कुछ समय बचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तनाव लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, तो बेहतर होगा कि लगातार पढ़ने से की बजाय थोड़ा-थोड़ा ब्रेक लेकर पढ़ें।

विशेषज्ञ महिमा चंद्राकर ने कहा कि रिवीजन के दौरान सोने से पहले एक लेटर, एप्लीकेशन और पैसेज जरूर लिखें। इससे राइटिंग स्पीड सुधरेगी और परीक्षा के समय छात्र अपना पेपर पूरा कर पाएंगे। परीक्षाओं से पहले छात्र कोशिश करें कि वे लेटर, एप्लीकेशन और पैसेज की अधिक से अधिक अभ्यास करें।

इन बातों को लेकर करें तैयारी

परीक्षाओं में भी ग्रामर कहीं न कहीं पूरे प्रश्न पत्र में सबसे ज्यादा प्रभाव डालता है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि छात्र ग्रामर के विशेष बिंदुओं को अच्छे से तैयार करें। इनमें बेसिक ग्रामर आर्टिकल, डिटरमिनर, टेंस चेंज, वाइस सेंटेंस, निगेटिव सेंटेंस मेकिंग और वर्व फार्म शामिल हैं। अंग्रेजी भाषा का पेपर है, लेकिन तैयारी इसकी भी ऐसे ही करना होगी जैसे अन्य विषयों की करते हैं। यहां अनसीन पैसेज, एप्लीकेशन, निबंध समेत कई चीजें ऐसी हैं, जिनको सब्र के साथ पढ़ना होता है, रटना नहीं समझना होता है।