रायगढ़ l महाराष्ट्र के रायगढ़ में रोहा कस्बा स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में गुरुवार को भीषण विस्फोट के बाद आग लग गई। हादसे में उत्तर प्रदेश और बिहार के कम से कम तीन मजदूरों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।रोहा थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह करीब 11.15 बजे साधना नाइट्रोकेम नामक कंपनी में धमाका हो गया। कंपनी में हीट रेजिस्टेंट कागज बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ओडीबी-2 रसायन बनाने का काम होता है।
उस समय, परिसर में कम से कम 10 कर्मचारी मौजूद थे, जिनमें से छह धातव गांव में प्लॉट नंबर 47 पर एमआईडीसी परिसर में एक विशाल मेथनॉल भंडारण टैंक पर वेल्डिंग कार्य में लगे हुए थे।अचानक, टैंक में जोर का धमाका हुआ, जो आसपास के इलाकों में कई सौ मीटर तक सुना गया। धमाके में फैक्ट्री परिसर, दीवारें और अन्य चीजें क्षतिग्रस्त हो गईं। धमाका सुनकर कई लोग घबरा गए और अपने घरों से बाहर निकल आए। मजदूरों के कुछ रिश्तेदार फैक्ट्री परिसर के बाहर इकट्ठा हो गए।स्थानीय लोगों के अनुसार, वहां ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी भी भीषण विस्फोट के कारण कई मीटर दूर उछल गए। स्थानीय लोगों ने मदद के लिए रोहा पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी।बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान चलाया गया। राहत एवं बचाव दल ने तीन श्रमिकों के शव बरामद किये, और गंभीर रूप से घायल तीन अन्य लोगों को मलबे से निकाला।
मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश के बभनौली निवासी दिनेशकुमार खरबत राम (25) और प्रयागराज निवासी संजीत कुमार (20), तथा बिहार के तारापुर निवासी बुस्की यादव के रूप में हुई है।घायलों में जहानाबाद निवासी सत्येंद्रकुमार विजय साहू (19) वेल्डर 10 प्रतिशत जल गए हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। रोहा निवासी नीलेश काशीनाथ भगत (38) 20 प्रतिशत जल गए हैं और उनके हाथ-पैर टूट गए हैं। बिहार के मधुबनी निवासी अनिल हरदीश मिश्रा (44) 60 प्रतिशत जल गए हैं।अधिकारी ने बताया कि भगत और मिश्रा को विशेष उपचार के लिए नवी मुंबई के खारघर में एरोली बर्न्स सेंटर ले जाया गया है। मृतकों के शवों को उप-जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है तथा दुर्घटना के वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है।