मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षा 10वीं और 12वीं की त्रैमासिक परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। शुक्रवार को 10 वीं के विज्ञान विषय का पेपर था। जौरा ब्लाक में छात्र-छात्राओं को ऐसा पेपर हल करने को दे दिया गया, जिसके सवालों को छात्र तो क्या खुद शिक्षक नहीं पढ़ पाए। पेपर के 10 सवाल गायब थे, बाकी के 13 प्रश्नों में अशुद्धियों की भरमार थी। मामला तूल पकड़ने लगा तो आनन-फानन में हाथ से लिखकर दूसरा प्रश्नपत्र तैयार किया गया। जौरा के सीएम राइज स्कूल में यह मामला सामने आया।
पेपर में कुल 23 सवाल थे
10वीं के बच्चों को दिए गए पर्चे में कुल 23 सवाल थे। पहली गलती यह थी कि एक से नौ तक प्रश्न थे। 10 से लेकर 19 तक के प्रश्न, पेपर से गायब थे। बाकी के 13 सवालों की हर लाइन में शब्दों की गलतियों की भरमार थी। अंग्रेजी भाषा में तैयार किए गए चार पन्नों के पेपर में कुल 93 अशुद्धियां चिह्नित हुईं।
यह बेहद गंभीर मामला है और मेरे संज्ञान में भी आया है। यह बात सही है, कि त्रैमासिक परीक्षा का पेपर स्थानीय स्तर पर ही तैयार किया जाता है। इतनी अशुद्धियों का पेपर किस स्कूल के शिक्षकों ने तैयार किया है, इसकी जांच होगी। पेपर तैयार करने वाले शिक्षकों पर विधिवत कार्रवाई भी होगी।