नई दिल्ली।
उत्तर भारत में जहां एक ओर कड़ाके की ठंड ने दस्तक देनी शुरू की है। वहीं, दक्षिण भारत में बेमौसम बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने बताया कि यह बारिश ‘तूफान फेंगल’ के कारण हो रही है।
दरअसल, मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को बंगाल की खाड़ी से एक चक्रवाती तूफान उठेगा, जिसके तमिलनाडु के तट से 2 दिन में टकराने की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग विज्ञान विभाग ने बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग में बन रहे एक दबाव क्षेत्र के बारे में चेतावनी दी है, जो आने वाले समय में और तीव्र होकर तूफान में तब्दील हो सकता है। इस तूफान का नाम ‘फेंगल’ होगा। इसके कारण तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में भारी से लेकर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, इन क्षेत्रों में तेज हवा चलने की भी संभावना है।
इस चक्रवात का असर मंगलवार से ही देखने को मिल रहा है। तमिलनाडु के कई इलाकों में कल से ही बारिश हो रही है। तूफान फेंगल से निपटने के लिए तैयारियां की जाने लगी है। तमिलनाडु के त्रिची, रामनाथपुरम, नागपट्टिनम, कुड्डालोर, विल्लुपुरम और तिरुवल्लूर जिलों में विद्यालयों में छुट्टियां कर दी गई हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि तूफान के 2 दिनों में तमिलनाडु के तट टकराने की संभावना है। इसके बाद इन इलाकों में भारी से भारी बारिश की उम्मीद है। इस तूफान के असर की वजह से तमिलनाडु, पुडुचेरी और श्रीलंका के तटों पर 27 से 29 नवंबर तक 65 किमी/घंटा से 75 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की उम्मीद है।
तूफान फेंगल के असर को देखते हुए तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन ने एक उच्च स्तरीय बैठक की और तिरुवरुर, मयिलादुथुरई, नागापटि्टनम और कुड्डालोर जिले एनडीआरएफ की 7 टीमों को तैनात करने के निर्देश दिए।
इसी के साथ मछुआरों को तीन दिन समुद्री तट से दूर रहने की सलाह दी गई है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 29 नवंबर तक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, श्रीलंका और तमिलनाडु के तटीय में जाने से बचें। वहीं, जो मछुआरे समुद्र में मौजूद हैं उनको तुरंत वहां से हटने की सलाह दी गई है।