जयपुर । कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी बुधवार को राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के लिए राजस्थान विधानसभा पहुंच गई है। वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, अपने बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ यहाँ पहुंचीं है।
उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी एयरपोर्ट पर नजर आए थे।सोनिया गांधी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जगह लेंगी, जो राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं। सिंह का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।पार्टी नेताओं ने अपने सभी विधायकों को बुधवार और गुरुवार को जयपुर में मौजूद रहने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी को राजस्थान से राज्यसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव भेजा गया था। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने अलग-अलग प्रस्ताव भेजे थे।
सोनिया गांधी को राजस्थान से राज्यसभा भेजने का प्रस्ताव तैयार करने से पहले प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष ने सभी वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की। बताया जा रहा है कि दोनों प्रस्ताव विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की राय लेने के बाद रविवार को भेजे गए।
राजस्थान कांग्रेस के नेताओं का तर्क है कि सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा जाने से यहां के नेताओं और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा। राजस्थान में तीन राज्यसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को चुनाव होने हैं। राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है।पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा प्रधानमंत्री पद का त्याग करने वाली सोनिया गांधी को कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किए जाने का हार्दिक स्वागत है।सोनिया गांधी का राजस्थान से दिल से जुड़ाव का रिश्ता है। जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे तब सोनिया जी उनके साथ आदिवासी बाहुल्य जिलों के दौरे पर आईं थीं। राजस्थान में अकाल के समय प्रधानमंत्री के रूप में राजीव गांधी 3 दिन तक स्वयं गाड़ी ड्राइव कर 9 अकाल प्रभावित जिलों के दौरे पर आए थे तब भी सोनिया जी उनके साथ रहीं। मेरे प्रथम कार्यकाल में जब 4 बार भयंकर अकाल-सूखे का सामना करना पड़ा तब सोनिया जी ने अकाल राहत के कार्यों का जायजा लेने के लिए अनेकों जिलों के कई बार दौरे किए जिन्हें राजस्थान की जनता अभी भी नहीं भूली है।यूपीए सरकार के समय राजस्थान में रिफाइनरी, मेट्रो जैसे बड़े प्रोजेक्ट लाने एवं केन्द्र से सहयोग दिलवाने में सोनिया ने NAC चैयरपर्सन के रूप में हमेशा राजस्थान के हितों की रक्षा कर मजबूती से पैरवी की।
आज उनके राजस्थान से राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर घोषणा होना पूरे प्रदेश के लिए खुशी की बात है और इस घोषणा से सारी पुरानी यादें भी ताजा हो गई है।