लोगों की समस्याओं का करें त्वरित निराकरण: कलेक्टर

छत्तीसगढ़ रायपुर

रायपुर । राजस्व विभाग प्रकरणों का जल्द निपटारा करें। आम जनता से जुड़े राजस्व  कार्यो का त्वरित निराकरण करने पहल करें उन्हें राहत दें। जाति-आय तथा निवास प्रमाण पत्र इत्यादि निश्चित समयावधि पर बनाकर दें। यह बात कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कही। वे आज रेडक्रॉस सभाकक्ष में जिले के राजस्व अधिकारियों  की समीक्षा बैठक ले रहे थे।

कलेेक्टर डॉ सिंह ने सभी अनुविभागीय अधिकारी तथा तहसीलदार से चर्चा कर उनसे राजस्व प्रकरणों सहित अन्य विषयों की जानकारी ली। उन्होने कहा कि  वाले अविवादित नामांतरण ,बंटवारा तथा सीमांकन के प्रकरणों को जल्द से जल्द एवं गुणवत्तापूर्ण निराकरण करें। सभी एसडीएम अपने अधीनस्थ एवं मैदानी राजस्व अमलों से समय पर प्रतिवेदन प्राप्त करें। निरंतर दौरा करें और नामांतरण के पंचायत में लंबित प्रकरणों का भी समाधान करें। डॉ सिंह ने कहा कि आरबीसी 6-4 के तहत आर्थिक सहायता दिलाना सीधा आम जनता से जुड़ा विषय है। इस पर संवेदनशीलता से कार्य करें और हितग्राहियों को नियमानुसार जल्द मुआवजा प्रदान करें।

उन्होंने कहा कि पटवारियों को अपने कार्यालय में बैठने का दिन सुनिश्चित करें  संबंधित पंचायत की  दीवार में लिखाये। सभी तहसीलदार राजस्व प्रकरणों का हल्कावार समीक्षा करें और यह भी ध्यान दें कि कोई भी प्रकरण अपंजीकृत ना हो। सभी राजस्व न्यायालय निश्चित समय पर नियमित रूप से लगाएं ताकि पक्षकारों को बार-बार ना आना पडे और उनके प्रकरणों में जल्द निर्णय हों। उन्हांेने कहा कि सीमांकन के प्रकरण शीघ्र निराकृत करें। अतिक्रमण की शिकायत मिलने पर नियमानुसार जल्द कार्रवाई करें। सकारात्मक भाव से काम करें और अनुशासन बनाएं रखें। बी- 1 पढ़कर सुनाए तथा फौती दर्ज करनेअभियान चलाएं। भाड़ा नियंत्रण के लंबित प्रकरणों को समीक्षा कर जल्द निपटारा करें।

कलेक्टर डॉ सिंह ने कहा कि प्रत्येक राजस्व अधिकारी का अपने क्षेत्र में जनता के साथ प्रत्यक्ष संपर्क होता है। उनके साथ संवेदनशीलता के साथ व्यवहार करें। ऐसे कार्याें में त्वरित पहल करें। आधार सीडिंग, किसान किताब की प्रविष्टि, जंेडर प्रविष्टि की समीक्षा करें। धान खरीदी केन्द्रो में व्यवस्था बनाएं रखें और धान बेचने वाले किसानों को किसी प्रकार की तकलीफ ना हो। इस बैठक में अपर कलेक्टर बी.बी पंचभाई, बी.सी साहू सभी एसडीएम सहित राजस्व विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।