रायपुर । प्रदेश में सड़क दुर्घटना में जनवरी 2023 की तुलना में जनवरी 2024 में 9 प्रतिशत तथा मृत्यु में 07 प्रतिशत की कमी आयी है। इसी प्रकार बिना फिटनेस के संचालित वाहनों पर 42,160 चालान किए गए तथा एएनपीआर कैमरा से किए गए 2372 चालान से लगभग 10 करोड़ रूपए की राशि वसूली की गई। यह जानकारी मंगलवार को रायपुर के पुलिस ट्रांजिट में आयोजित रोड सेफ्टी एण्ड इंफोर्समेंट कार्यशाला में दी गई।
राज्य पुलिस एवं परिवहन विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों के लिये भारत शासन सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय, एशियन इंस्टीट्युट ऑफ ट्रांसपोर्ट डेव्हलपमेंट, अंतर्विभागीय लीड एजेेंसी सड़क सुरक्षा और यातायात पुलिस छत्तीसगढ़ के समन्वय से यह कार्यशाला आयोजित की गई।
सड़क सुरक्षा के संवेदनशील विषय पर आधारित कार्यशाला के शुभारंभ उद्बोधन में पूर्व विशेष पुलिस आयुक्त नई दिल्ली, पूर्व पुलिस महानिदेशक अंडमान सत्येन्द्र गर्ग ने दिल्ली में किये गये विशेष प्रयासों से सड़क दुर्घटना मृत्यु दर में कमी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
अंतर्विभागीय लीड एजेंसी सड़क सुरक्षा छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष संजय शर्मा ने राज्य के सड़क सुरक्षा परिदृश्य, शासन के विभिन्न विभागों द्वारा किये गये प्रयासों एवं भावी योजनाओं के बारे में बताया कि इस वर्ष जनवरी में राज्य में 2291 जनजागरूकता के कार्यक्रम आयोजित हुए। 103 नवीन ब्लैकस्पाट का चिन्हांकन, नौ ट्रक ले बाय, 246 बस ले बाय, 02 ड्राइवर रेस्ट एरिया, 150 इंजीनियर का सड़क सुरक्षा प्रशिक्षण, टोल नाकों से गुजरने वाले बिना फिटनेस के संचालित वाहनों पर 42,160 चालान, एएनपीआर कैमरा से 2372 चालान से लगभग 10 करोड़ रूपये की राशि, 35 वे ब्रिज, 03 आटामेटेड टेस्टिंग सेंटर की स्थापना हई है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष कुल 13,468 सड़क दुर्घटनाओ में 6166 व्यक्तियों की मृत्यु हुई, पूर्व वर्ष की तुलना में वर्ष 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में 1.4 प्रतिशत की वृद्वि तथा जनवरी 2023 की तुलना में जनवरी 2024 में सड़क दुर्घटना में 9 प्रतिशत, मृत्यु में 07 प्रतिशत एवं घायलांे में 6 प्रतिशत की कमी हुई हैं। देश में छत्तीसगढ़ सड़क दुर्घटना एवं मृत्यु में 12वें क्रम में है। रायपुर जिला दुर्घटना मृत्यु में पूरे देश में 8वें नम्बर पर है। शाम 05 से 09 बजे सर्वाधिक दुर्घटनाओ के कारण अधिक सावधानी की आवश्यकता हैं। शहरी क्षेत्रों में 34 प्रतिशत एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 66 प्रतिशत दुर्घटना हो रही है। सर्वाधिक सड़क दुर्घटना दुपहिया वाहन से हुई है। राज्य मे 06 ट्रामा सेंटर एवं 08 ट्रामा स्टेबालाइजेशन सेंटर स्वीकृत हैं। डायल 112 द्वारा सड़क दुर्घटना तथा मेडिकल एम्बुलेंस की लगभग साढ़े 5 लाख सूचनाओं में त्वरित प्रतिक्रिया/सहायता दी गई। इस अवसर पर पूर्व उपायुक्त दिल्ली परिवहन विभाग अनिल चिकारा ने मोटर व्हीकल एक्ट, सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स, टेक्नो रिफार्म इन ट्रांसपोर्ट रिलेटेड टू रोड सेफ्टी विषय पर विस्तार से जानकारी दी।ज्वाइंट डायरेक्टर आई.टी.डी.आर. रायपुर अमित गुप्ता ने इंस्टीट्युट ऑफ ड्राइविंग एवं ट्रेफिक रिसर्च की कार्य प्रणाली के बारे में बताया, साथ ही जानकारी दी कि लगभग 18 हजार ड्राइवरों तथा 700 ट्रेफिक पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण संस्थान में दिया गया। आटोमेटेड ड्रायविंग टेस्टिंग ट्रेक तथा सिम्युलेटर से प्रभावी प्रशिक्षण उपरांत सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती हैं।