बच्चों के व्यवहार में बदलाव पर नजर रखना शिक्षक व पालकों की जिम्मेदारी : एएसपी

अंबिकापुर छत्तीसगढ़

अम्बिकापुर । कलेक्टर भोस्कर द्वारा जिले के विद्यालयों में व्यवस्थाओं की जांच एवं छात्र-छात्राओं के अनुकूल वातावरण का निरीक्षण करने हेतु स्कूल निरीक्षण समिति का गठन किया गया है। समिति द्वारा शासकीय, अशासकीय, अनुदान प्राप्त स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। इसी कड़ी में कलेक्टर भोस्कर के मार्गदर्शन में सोमवार को समिति की ओर से निजी कॉन्वेंट स्कूल में अभिभावकों एवं शिक्षकों की बैठक ली गई। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुपलेश कुमार, अनुविभागीय अधिकारी अम्बिकापुर फागेश सिन्हा, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ संजय गुहे समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।

बैठक में एएसपी पुपलेश ने कहा कि अभिभावकों एवं शिक्षकों को बच्चों के संबंध में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल अवगत कराएं। यदि बच्चों के हित में कोई सकारात्मक सुझाव हैं, तो इसका प्रस्ताव भी समिति के समक्ष अवश्य रखें। उन्होंने कहा कि बच्चों के व्यवहार उनकी दिनचर्या में बदलाव पर पूरी निगरानी रखना शिक्षक एवं पालकों दोनों की जिम्मेदारी है, इसलिए सजग होकर उनकी हर समस्या से अवगत रहें, बच्चों को समय दें। आए दिन सड़कों में तेज रफ्तार वाहन चलाते छात्र दिखते हैं, इसमें पुलिस प्रशासन अपनी ओर से कार्रवाई कर रहा है पर अभिभावकों को अपनी जिम्मेदारी निभाने की जरूरत है, नाबालिग बच्चों को वाहन किसी भी स्थिति में ना दें, अभिभावकों सतर्क रहें एवं सजग रहकर अपनी जिम्मेदारी को समझें।

कार्यक्रम में पहुंचे नगर के सीएसपी रोहित शाह ने कहा कि बच्चों के बेहतर पालन पोषण की जरूरत है, उन्हें समय दे एवं उनकी भावनाओं को समझकर उनसे बातचीत करते रहें। एसडीएम अंबिकापुर फ़ागेश सिन्हा ने कहा कि स्कूल में शिक्षक बच्चों के अभिभावक के रूप में होते हैं, इसलिए पढ़ाई के साथ-साथ उनकी हर समस्या को संवेदनशीलता के साथ सुनें। समिति के सदस्य मीडिया प्रतिनिधि अनंगपाल दीक्षित ने कहा कि बच्चों की पूरी जिम्मेदारी अभिभावक की होती है। अभिभावक से बड़ा बच्चों के लिए कोई दूसरा काउंसलर नहीं हो सकता। अधिवक्ता अभिषेक शर्मा ने कहा कि स्कूल प्रबंधन के साथ अभिभावक भी बच्चों पर ध्यान दें, समस्याएं आपस मे शेयर करें।

जिला शिक्षा अधिकारी डॉ संजय गुहे ने अभिभावकों को कहा कि किसी भी स्कूल में बच्चों का प्रवेश देने के बाद यह न समझे कि बच्चे की जिम्मेदारी अब सिर्फ स्कूल की है। बच्चे की हर गतिविधि पर माता-पिता की नजर होनी चाहिए। उन्होंने स्कूल प्रबंधन को शासन के गाइडलाइन के अनुसार कार्य करने कहा। शिक्षा विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी रविशंकर पांडेय ने स्कूलों में लगाई गई शिकायत पेटी की जानकारी अभिभावकों को दी। समिति के सभी सदस्यों ने अभिभावकों की समस्याओं से अवगत हो कर प्रशासनिक स्तर पर निराकरण का आश्वासन दिया।

इस दौरान कान्वेंट स्कूल की प्राचार्या सिस्टर जेस्सी ने समिति को स्कूल की गतिविधियों से अवगत कराया। अभिभावकों ने खुलकर अपनी बातें रखी और कई सुझाव दिए। समिति द्वारा स्कूल में व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया गया, सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई। समिति के अध्यक्ष पुपलेश ने स्कूल की प्राचार्या सिस्टर जेस्सी से आंतरिक सुरक्षा सहित स्कूल के बाहर दोपहिया वाहनों से आने वाले नाबालिग बच्चों पर नजर रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा है प्रशासन की मंशा व्यवस्था सुधारने की है। इस दौरान समिति के सदस्यों के मोबाइल नम्बर उपलब्ध कराए गए जिससे अभिभावक, शिक्षक सहित बच्चे भी सीधे अपनी समस्या से समिति को अवगत करा सकें।