प्रोफेसर प्यारेलाल आदिले ‘डॉ. अंबेडकर नेशनल फैलोशिप अवॉर्ड 2023’ से हुए विभूषित

कोरबा छत्तीसगढ़

कोरबा।

10 एवं 11
दिसंबर को दिल्ली के झड़ौदा गांव के पंचशील आश्रम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय दलित साहित्यकार सम्मेलन में प्रसिद्ध शिक्षाशास्त्री और राजनीति विज्ञान के विद्वान प्राध्यापक प्रोफेसर प्यारेलाल आदिले को ‘डॉ. अंबेडकर नेशनल फेलोशिप अवार्ड 2023’ से विभूषित किया गया।उल्लेखनीय है कि यह सम्मेलन भारतीय दलित साहित्य अकादमी के 39वां वार्षिक अधिवेशन के रूप में आयोजित हुआ। इसमें देश के सभी राज्य एवं अन्य देश से भी हजारों की संख्या में प्रतिभागियों ने सहभागिता दर्ज कराया। अखिल भारतीय दलित साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. सोहन पाल सुमनाक्षर, रमेश चंद्र रत्न, चेयरमैन यात्री सेवा समिति (पी.एस.सी.) रेल मंत्रालय रेलवे बोर्ड, भारत सरकार एवं सत्यनारायण जटिया केंद्रीय मंत्री के हाथों से प्रोफेसर आदिले को सम्मानित किया गया।
प्रोफेसर प्यारेलाल आदिले बचपन से ही समाज सेवा एवं शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाते आ रहे हैं। वे ग्राम बुढ़ियापाली जैसे छोटे से जनजाति बाहुल्य गांव में माता श्रीमती श्यामकुंवर आदिले तथा पिता जेठूराम आदिले की गोद में जन्म लेकर आज अपने गांव ही नहीं अपितु पूरे देश के नाम को विश्व स्तर पर प्रकाशित कर रहे हैं। बौद्ध दर्शन, अंबेडकर थॉट, संत परंपरा एवं सतनाम आंदोलन के विद्वान चिंतक हैं। समाज में व्यावहारिक धरातल पर अंधविश्वास, आडंबर एवं शोषण के विरुद्ध वैज्ञानिक विचार प्रस्तुत करते हैं। दलित, पिछड़ों, महिला, बच्चों, बुजुर्गों के साथ ही साथ गरीबों के उत्थान संबंधी योजनाओं पर आप विशेष कार्य करते हैं। विशेष रूप से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोधपरक अध्यापन कार्य करते हुए भावी युवा पीढ़ी को उचित मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं।
वे अब तक अनेक अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के अवार्ड, पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। इस अवॉर्ड प्राप्ति पर आपके माता-पिता, रिश्तेदारो, स्वजनों मित्रों ने बधाइयां प्रेषित की हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के नव निर्वाचित विधायकों, नव नियुक्त होने जा रहे मंत्रियों, सांसदों, विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति, मंत्रालयों के पदाधिकारी, विद्वान प्राध्यापकों, समाज सेवी संस्थाओं तथा शासन-प्रशासन के उच्च पदाधिकारियों ने बधाई दी हैं। वे एक कुशल प्राध्यापक के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर के एक वरिष्ठ कैरियर मार्गदर्शक भी हैं। वर्तमान में वे जय बूढ़ादेव कला एवं विज्ञान महाविद्यालय कटघोरा में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं।