पीएम मोदी भी रहे मौजूद
नई दिल्ली I
देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री और दिग्गज बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी को आज ‘भारत रत्न’ सम्मान से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आडवाणी के घर जाकर उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया और इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे.
राष्ट्रपति ने शनिवार (30 मार्च) को राष्ट्रपति भवन में 4 शख्सियतों को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया था. इनमें पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन शामिल हैं. चारों शख्सियतों के परिजनों ने राष्ट्रपति भवन में यह सम्मान हासिल किया. नरसिम्हा राव के बेटे पीवी प्रभाकर राव, चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी, कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर और एमएस स्वामीनाथन की बेटी नित्या राव ने राष्ट्रपति से यह सम्मान लिया.
जब फरवरी 2024 में आडवाणी को भारतरत्न देने का ऐलान किया तो उन्होंने इस पर खुशी जताई. जब आडवाणी ने कहा, ‘लालकृष्ण आडवाणी ने अपने बयान में कहा, ‘मैं अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ ‘भारत रत्न’ स्वीकार करता हूं जो आज मुझे प्रदान किया गया है. यह न सिर्फ एक व्यक्ति के रूप में मेरे लिए सम्मान की बात है, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों के लिए भी सम्मान है जिनकी मैंने अपनी पूरी क्षमता से जीवन भर सेवा करने की कोशिश की.’
आडवाणी ने कहा, “मैं अपने परिवार के सभी सदस्यों, विशेषकर अपनी प्रिय दिवंगत पत्नी कमला के प्रति भी अपनी गहरी भावनाएं व्यक्त करता हूं. वे मेरे जीवन में शक्ति और स्थिरता का सबसे बड़ा स्रोत रही हैं.” उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने प्रार्थना की, “हमारा महान देश महानता और गौरव के शिखर पर प्रगति करे.
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा जैसे कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के लिए दिया जाता है. अपने क्षेत्र में अहम कार्य और योगदान से देश का गौरव बढ़ाने वाले लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है. साल 2011 से पहले सिर्फ कला, साहित्य, विज्ञान और समाज सेवा क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए भारत रत्न दिया जाता था, लेकिन 2011 में इसमें संशोधन किया गया. अब भारत रत्न के पाने के लिए कोई क्षेत्र निर्धारित नहीं किया गया है. भारत रत्न हासिल करने वाले किसी भी क्षेत्र के हो सकते हैं.