आरक्षक के हत्यारे को पकड़ने गई पुलिस, मिल गया 85 हजार इनाम का आरोपित

राष्ट्रीय

सिवनी I चार माह पहले कार्यवाहक प्रधान आरक्षक की हत्या के मुख्य आरोपित रामगणेश गुर्जर की तलाश में जिले की डूंडासिवनी पुलिस राजस्थान पहुंची। यहां हत्या का आरोपित रामगणेश तो नहीं मिला लेकिन उसका साथी रामसहाय गुर्जर पुलिस के हाथ लग गया। गिरफ्तार किए गए इस आरोपित के विरुद्ध सिवनी जिले में चोरी डकैती समेत ग्वालियर व राजस्थान में अपहरण, हत्या, दुष्कर्म समेत अन्य गंभीर अपराध दर्ज हैं।

पुलिस पकड़े गए इस आरोपित से पूछताछ कर रही है। साथ ही आरक्षक की हत्या के मुख्य आरोपित को पकड़ने के प्रयास जारी है। आरोपित के कब्जे से इसके मेमोरेंडम पर 315 बोर का देशी कट्टा, दो जिंदा कारतूस अवैधानिक रूप से पाए जाने पर जब्त की गई है। यह जानकारी बुधवार की दोपहर पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने दी।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि थाना कोतवाली क्षेत्र के अंर्तगत प्रधान आरक्षक राकेश सिंह ठाकुर हत्याकांड के फरार इनामी अंतर्राज्यीय बदमाश रामगणेश गुर्जर व उसके अन्य साथी की तलाश के लिए विशेष प्रयासरत किए जा रहे हैं। इसके लिए थाना प्रभारी डूंडासिवनी निरीक्षक किशोर वामनकर को दबिश टीम का नेतृत्व सौपते हुए दल के साथी सदस्यों को राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थानीय पुलिस से संपर्क बनाते हुए फरार आरोपित रामगणेश गुर्जर की दबिश धऱपकड के लिए राजस्थान रवाना किया गया।

आरोपित और उनके साथी बदमाश करिया के राजस्थान राज्य के भरतपुर जिले के थाना रुदावल के कनावर अड्डा के आसपास छिपे होने की जानकारी मिलने पर निरीक्षक किशोक वामनकर अपनी टीम के साथ राजस्थान पुलिस के स्पेशल आपरेशन ग्रुप के साथ सयुंक्त रुप से तालमेल स्थापित करते हुए 7-8 दिन लगातार प्रयास किए। संदिग्ध ठिकानों पर भरतपुर, कनावर अड्डा, रुतावल, रूपवास व सेतपुर के आसपास तलाश की गई।

घायल होने पर गिरफ्त में आया हत्यारे का साथी

एसपी ने बताया कि सायबर सेल की तकनीकि सहायता से सिवनी पुलिस टीम ने राजस्थान के भरतपुर जिला के कनावर अड्डा के जंगल क्षेत्र पहुंची। यहा पुलिस टीम को देखकर आरोपित रामगणेश गुर्जर का ही एक अन्य साथी रामसहाय उर्फ करिया गुर्जर को घेराबंदी कर पकडने का प्रयास किया गया।

बचाव के लिए आरोपित पहाड़ की चट्टान से कूदने के दौरान स्लिप होकर गिर गया। उसका एक अन्य साथी गिरधारी गुर्जर मौके से फरार हो गया। मौके पर मिले रामसहाय ने मौके पर पूछताछ के दौरान अपनी पहचान गलत बताई। इस पर फिंगर प्रिंट तस्दीक, सूक्ष्मता पूर्वक सघन पूछताछ के लिए थाना डूंडासिवनी लााया गया।

यहां पूछताछ में उसने अपना नाम रामसहाय, पिता का नाम रघुनाथ गूर्जर कुदीना गांव जिला धौलपुर राजस्थान का निवासी होना बताया। पकड़े गए यह आरोपित रामगणेश गुर्जर के साथ प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर के हत्याकांड में सलिंप्त होना नही पाया गया लेकिन जिले के थाना डूंडासिवनी, थाना केवलारी अंतर्गत किए गए अपराध में पूर्व से ही फरार होना स्वीकार किया।

एसपी ने बताया कि आरोपित रामसहाय उर्फ करिया गूर्जर राजस्थान व मध्यप्रदेश राज्य के अंतरराज्यीय अपराधिक संगठित गिरोह का सक्रीय बदमाश है। उसने राजस्थान के धौलपुर, मध्य प्रदेश के श्योपुर, सिवनी जिले में अपहरण, लूट, हत्या, दुष्कर्म, फिरौती मांगना, नकबजनी, बालअपराध, पाक्सो, अमानत में खयानत, अवैधानिक कब्जा करना, डकैती जैसे संगीन गंभीर अपराध में अपने अंतरराज्यीय संगठित गिरोह के साथियों के साथ इसकी सक्रीय सलिंप्तता है। मध्य प्रदेश पुलिस ने पृथक-पृथक जिलो से लगभग 60 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। राजस्थान के धौलपुर पुलिस ने आरोपित पर लूट के दो प्रकरणो में सयुक्त रूप से 25 हजार रुपये का अनाम घोषित किया है।

डूंडासिवनी थाना में पदस्थ रहे प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर की हत्या करने के बाद से फरार आरोपित रामगणेश गुर्जर के संबंध में गिरफ्तार किए गए रामसहाय गुर्जर से सघन पूछताछ अभिरक्षा के दौरान की जा रही है। एसपी ने बताया कि अतिशीघ्र बलिदानी प्रधान आरक्षक राकेश ठाकुर के हत्याकांड में लिप्त फरार इनामी बदमाश रामगणेश गुर्जर को धरपकड़ कर गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

इस आरोपित को पकड़ने में थाना डूंडासिवनी के निरीक्षक किशोर वामनकर, प्रधान आरक्षक मुकेश गोडाने, प्रधान आरक्षक नवीन तिवारी, आरक्षक धनराज, सायबर सेल सिवनी के आरक्षक अजय बघेल, राजस्थान पुलिस के जिला भरतपुर स्पेशल आपरेशन ग्रुप के इंस्पेक्टर मुकेश सिंह व उनकी टीम की विशेष भूमिका रही।