पुलिस ने 9 संदिग्धों को पहचाना, अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई

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Police identified 9 suspects, action taken against illegal migrants
Police identified 9 suspects, action taken against illegal migrants

बिना किसी वैध दस्तावेज के निवास कर रहे थे

नए जिले में आई अवैध प्रवासियों की बाढ़

बलरामपुर।
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में 9 संदिग्ध लोगों की पहचान हुई है। ये लोग बिना किसी वैध दस्तावेज के अवैध रूप से निवास कर रहे थे। वहीं पकड़े गए संदिग्ध लोगों पर रामानुजगंज पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करते हुए न्यायालय के समक्ष पेश किया। इस दौरान पुलिस ने बताया कि, जिले में अवैध रूप से रहने वाले लोगों की जांच जारी रहेगी।
दरअसल, जिले में बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस विभाग पूरी तरह से सतर्क हो चुकी है। ऐसे में पुलिस विभाग की तरफ से एक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत बाहरी व्यक्ति जो बिना अनुमति बिना कोई वह दस्तावेज की जिले में निवास कर रहे हैं उनकी कड़ाई से जांच की जा रही है। इसी अभियान के तहत रामानुजगंज थाना क्षेत्र इलाके में रहने वाले 9 संदिग्ध व्यक्तियों की अभी तक पहचान की जा चुकी है।
वहीं अंबागढ़ चौकी जिले में दो दर्जन से अधिक संदिग्ध लोगों की पहचान की गई थी। वहीं इस मामले की गंभीरता को देखते ही पुलिस कप्तान यशपाल सिंह के निर्देश में संदिग्ध व्यक्ति और उन्हें पनाह देने वाले मकान मालिकों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया था। बाहरी तत्व और संदिग्ध लोगों पर रोक लगाने के लिए पुलिस प्रशासन क्षेत्र में अभियान चला रही है। अभियान के दौरान थाना मोहला क्षेत्रान्तर्गत बिना अनुमति से किराये के मकान में रहने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की जा रही है। साथ ही संदिग्ध लोगों की अपराधिक पृष्ठभूमि भी खंगाली जा रही है।

पुलिस ने संदिग्ध लोगों की जानकारी देने की अपील

पुलिस विभाग ने मकान मालिकों से अपील की है कि, किरायेदारों की और उनका पूरा विवरण थाने में प्रदान करे। जिससे समय रहते उनकी अपराधिक रिकॉर्ड और मूल निवास का पता चल सके। ऐसा न हो कि कोई अपराधी आपके घर में किराये में रहकर आपको ही नुकसान पहुंचाकर फरार हो जाए। इसलिए किरायेदारो की जानकारी थाना में उपलब्ध कराये और सुरक्षित रहे।
नए जिले के निर्माण के साथ ही बड़ी संख्या में बाहरी और संदिग्ध लोगों की गतिविधि बढ़ रही है। मोहला- मानपुर, अंबागढ़- चौकी सहित आदिवासी वनांचल क्षेत्र के भीतरी इलाकों में बेहद संख्या में कंबल, गद्दा, कुर्सी टेबल, कबाडी, कपड़ा ,बर्तन, जड़ी बूटी आदि फेरी वाले घूम रहे थे। वहीं ये लोगों फेरी के बहाने अब जिले में आसानी से रहने भी लगे थे।