पालक-शिक्षक समन्वय से बच्चों का बेहतर भविष्य तय होगा : कलेक्टर अनुराग पाण्डेय

छत्तीसगढ़ बीजापुर

बीजापुर ।  छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार जिले के सभी संकुलों में संकुल स्तरीय पालक-शिक्षक मेगा बैठक का आयोजन व्यापक स्तर पर आयोजित हुआ। शिक्षकों के साथ-साथ पालकों में भी बैठक को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला कलेक्टर  अनुराग पाण्डेय के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक बैठक का आयोजन सम्पन्न हुआ।

कलेक्टर  अनुराग पाण्डेय ने स्वयं बीजापुर एवं भोपालपटनम ब्लाक विभिन्न बैठकों में शामिल होकर पालकों को संबोधित किया। कलेक्टर ने बीजापुर ब्लॉक के स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम स्कूल, भोपालपटनम ब्लॉक के संगमपल्ली कन्या आवासीय विद्यालय एवं नगरीय निकाय भोपालपटनम में आयोजित बैठक में शामिल हुए। बीजापुर एवं भोपालपटनम में एक पेड़ मां के नाम योजना के तहत वृक्षारोपण भी किया। बैठक को संबोधित करते हुए कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने कहा कि बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षकों एवं पालकों को संयुक्त रूप से प्रयास करना आवश्यक है। बच्चों की दिनचर्या पर सतत निगरानी रखने उनको सकारात्मक वातावरण प्रदान करने सहित नैतिक रूप से सक्षम बनाना जरूरी है।राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संबंध में कलेक्टर ने पालको को विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बच्चों का भविष्य बेहतर होगा शिक्षा के साथ-साथ मानवीय मूल्यों की समझ होगी, परिवार, समाज और राष्ट्र के लिए बेहतर शिक्षा जरूरी है। इस दौरान शिक्षा के क्षेत्र में बीजापुर जिले में किए जा रहे नवाचार से पालकों को अवगत कराते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ स्वस्थ मानसिकता बेहतर एवं गुणवत्ता युक्त पौष्टिक आहार हेतु मीनू चार्ट को एकरूकता बनाते हुए गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिसका कड़ाई से पालन करवाया जा रहा है। इसी क्रम में भोजन की गुणवत्ता को परखने पालकों को भी शामिल किया गया है। आवासीय स्कूलों में बच्चों से मिलने आने वाले पालकों के लिए कक्ष आरक्षित किया गया है। जिसमें छुट्टी के दिन बच्चों को मिलकर उनके साथ भोजन कराने की भी शुरूआत हो चुकी है जो कि जिले में पहली बार बच्चों के पालक अपने बच्चों के साथ मिलकर भोजन की गुणवत्ता परख सकेंगे। कलेक्टर ने कहा कि समस्त गतिविधियों में पालकों को शामिल करने से और शिक्षक पालक संयुक्त रूप से बच्चों के बेहतर भविष्य की दिशा में प्रयास करें जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके। बीजापुर जिला प्रशासन द्वारा स्कूल वेंडे वर्राट पंडुम स्कूल फिर चले हम व्यापक स्तर पर आयोजित करते हुए सात हजार से अधिक शाला त्यागी एवं अप्रवेशी बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा गया।जिले के सुदूर क्षेत्रों में 20 वर्षो से बंद स्कूलों को पुनः संचालित कर हजारों नौनिहालों को शिक्षा दी जा रही है।इस दौरान बीजापुर में आयोजित कार्यक्रमों में नगर पालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया एवं जी वेंकट उपस्थित थे। वहीं भोपालपटनम में एसडीएम वाय के नाग जिला शिक्षा अधिकारी रमेश निषाद एवं सीईओ दिलीप उइके सहित अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षकगण एवं पालकगण उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।