कोरबा//
शासकीय इंजीनियर विश्वेसरैया स्नाकोत्तर महाविद्यालय कोरबा के प्राचार्य डॉ. रेणुबाला शर्मा के संरक्षण में रा.से.यो. के 7 दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर अजय कुमार पटेल और प्रोफेसर मधु कंवर के निर्देशन में ग्राम डोंगाआमा में कराया जा रहा है जिसका छठवां दिवस था। शिविर के दैनिक सभी गतिविधियों के अनुसार आरडीसी हेतु परेड अभ्यास कराया गया, योगाभ्यास एवं ध्यान लगाने हेतु सत्र का आयोजन किया गया, स्वल्पाहार के बाद, परियोजना कार्य का आरंभ हुआ और इसके अंतर्गत परिसर की साफ सफाई, रंगरोगन, धार्मिक स्थल तुर्री झरना में भी रंगरोगन का कार्य पूर्ण किया गया । इन सबके पश्चात स्नान व भोजन किया गया तत्पश्चात पांचवे बौद्धिक सत्र का आयोजन किया गया। सत्र का विषय “मेरे भारत का युवा कैसा हों?” रहा। बौद्धिक सत्र में मुख्य अतिथि पूर्व माध्यमिक शाला डोंगाआमा के प्रधानपाठक श्री रामलाल खैरवाल उपस्थित रहे एवं ग्राम सरपंच श्री रामसाय राठिया भी रहे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ स्वयंसेवक, ललित भवानी, सुमन यादव, विवेक शुक्ला एवं मानसी गुप्ता उपस्थित रहें।
साथ ही महादल नायक रविन्द्र राठिया, महादल नायिका ऋचा स्वर्णकार तथा शिविर के सभी दलों के नायक-नायिका भी सम्मिलित रहे।
बौद्धिक सत्र के पांचवे दिन हुए युवा संवाद में दल क्रमांक 1 मदर टेरेसा व शहीद वीर नारायण सिंह के नायक अरविंद टोप्पो व नायिका निशा मिश्रा, दल क्रमांक 2 मिनीमाता व गुरु घासीदास के नायक विकास सोनवानी व नायिका रामकुमारी राठिया, दल क्रमांक 3 राधा बाई व स्वामी विवेकानंद के नायक प्रतीक मंडल व नायिका संध्या मरावी, दल क्रमांक 4 सावित्री बाई फुले व महात्मा गांधी के नायक दुर्गेश सिंह कंवर व नायिका स्नेहा कुंभकार एवं दल क्रमांक 5 रानी लक्ष्मीबाई व भगत सिंह के नायक लोमश कश्यप व नायिका मनीषा कंवर उपस्थित रहें।
वरिष्ठ स्वयंसेवक ललित भवानी ने अपने अनुभव को बताया और साथ ही अनुशासन के बारे में जानकारियां दी । दल क्रमांक 5 के दल नायक लोमश कश्यप ने ” डिजिटल साक्षरता के लिए युवा” के विषय में अपने राय प्रस्तुत किए और युवाओं को इस ओर बढ़ने हेतु प्रेरित किया। महादलनायिका ऋचा स्वर्णकार, दल नायिकाएं– रामकुमारी राठिया, निशा मिश्रा ने अपनी गीत की मधुर प्रस्तुति दी और सत्र में सभी दल नायक अतिथिगण ने अपने अनुभव को साझा किया और साथ ही स्वयंसेवकों को हिदायद दी कि रा.से.यो. ही अनुशासन है।
कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर अजय कुमार पटेल जी की महत्वपूर्ण बात रही– ” समस्या और समाधान के मध्य का हल खोजने का प्रयास ही रा.से.यो. है। “
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम अधिकारी प्रो. अजय कुमार पटेल जी ने एक मनोरंजक खेल खेलवा के बौद्धिक, समय प्रबंधन की बहुत ही अद्भुद सिख दी।
जिसका अनुभव शिविरार्थियों ने स्वयं ही खेल कर प्राप्त किया।
स्वयंसेवकों को तत्कालिन नाट्य प्रस्तुति दिया गया और 5 मिनट की समय के अवधि में नाटक करने हेतु निर्देश दिया। दलों को क्रमशः दल क्रमांक 1– मेला, दल क्रमांक 2– कॉलेज, दल क्रमांक 3 – रेलवे स्टेशन, दल क्रमांक 4– हॉस्पिटल, दल क्रमांक 5– बाजार ।
जिनमें प्रथम स्थान दल क्रमांक 1, द्वितीय दल क्रमांक 4 और तृतीय दल क्रमांक 3 रहे।
इसी से बौद्धिक,समय प्रबंधन के बारे में सीख मिली।
सत्र का समापन संविधान दिवस के अवसर को संज्ञान में रखते हुए कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर अजय कुमार पटेल जी द्वारा संविधान शपथ पत्र की शपथ के साथ कराया गया।