जांजगीर – चांपा I कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज में महिला डाक्टर की रेप के बाद हत्या के विरोध में शनिवार को सरकारी व निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने कार्य का बहिष्कार करते हुए ओपीडी सेवा पूरी तरह से बंद रखी। इस कारण अस्पताल में ओपीडी समेत अन्य सेवाएं बाधित रही।
हालांकि आपातकालीन सेवाएं जारी थी। ओपीडी समेत अन्य सेवाएं बाधित रहने से अस्पताल में आए मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।जिला अस्पताल जांजगीर में इन दिनों मौसमी बीमारी सहित अन्य बीमारियों से पीड़त लगभग 350 सौ अधिक लोग ओपीडी में जांच कराने पहुंचते हैं। ओपीडी सेवा ठप होने के चलते बाहर से आए मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
वे निजी अस्पताल में भी अपना इलाज कराने गए मगर वहां भी ओपीडी बंद होने के चलते उपचार नही हो सका। केवल गंभीर मरीजों का ही उपचार किया गया। इधर डाक्टरों ने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने, मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, अस्पताल परिसर को सेफ जोन घोषित करने, बायोमीट्रिक अटेंडेंस से वेतन को नहीं जोडने, क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन करने सुरक्षा के समुचित व्यवस्था की मांग सरकार से की है।जिस अस्पताल के सिविल सर्जन डा. अनिल जगत ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटना को लेकर देश भर के डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों में आक्रोश है। आये दिन इस प्रकार की घटनाएं डाक्टर और स्टाफ के साथ घटती रहती हैं, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। घटना की निष्पक्ष रूप से जांच हो और दोषियों पर कडी कार्रवाई की जाए।
डा. आलोक मंगलम ने कहा कि महिला के साथ जो घटनाएं घटी, उसके बाद सबूत को मिटाने के लिए तोड़फोड़ की गई। डाक्टर के साथ इस प्रकार की घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। इस प्रकार की घटनाएं लगातार देखी जा रही है।