पोषण जागरूकता कार्यक्रम : पोषण और स्वास्थ्य की दी गई जानकारी

छत्तीसगढ़ महासमुंद

महासमुंद । सही पोषण छत्तीसगढ़ रोशन के साथ ही राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन जिला महासमुंद के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में 1 तारीख से 30 सितंबर तक आयोजित किया जा रहा है। आयोजन का उद्देश्य सभी लोगों में पोषण संबंधित व्यवहार में परिवर्तन लाना है। 

इसी तारतम्य में आंगनवाड़ी केंद्र कौवाझर परियोजना महासमुंद ग्रामीण में आज पोषण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सरपंच नीरा डोमार ध्रुव ने गर्भवती देवंतीन, जमुना ध्रुव, किरण ध्रुव, रूखमणी यादव की गोद भराई की। कार्यक्रम में जिला महिला बाल विकास अधिकारी अजय कुमार साहू ने महिलाओं को घरों में भोजन बनाने और सेवन के तरीके की जानकारी देते हुए बताया कि खाने के सही तरीके या व्यवहार को समझकर बहुत सी बीमारियां या शरीर में होने वाली खून की कमी को समय रहते ठीक किया जा सकता है। उन्होंने गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को होने वाली समस्याएं एवं मां और बच्चे के स्वास्थ्य तथा उनके पोषण के लिए आवश्यक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बच्चे का वजन यदि अच्छा है तो उसका दिमाग भी अच्छा बनेगा और वे पढ़ने, लिखने और श्रम करने में सक्षम होगा और जो बच्चा गर्भ से ही कमजोर रहता है वे शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर ही रहता है। गर्भावस्था से बच्चों के 2 साल तक 1000 दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है इस अवधि में यदि पूरा परिवार गर्भवती व बच्चे के पोषण पर ध्यान देता है तो वह परिवार हमेशा सुखी रहता है। कार्यक्रम में शकुंतला चक्रवर्ती परियोजना अधिकारी, किशोरी बालिका प्रियंका विश्वकर्मा, दीपाली और पूजा विश्वकर्मा, शिक्षक आशा साहू, सुपरवाइजर सरिता चक्रधारी, कार्यकर्ता सारदा जोशी, मीना विश्वकर्मा, सहायिका संतोषी ध्रुव, धनेश्वरी यादव उपस्थित थी।