नक्‍सली सरेंडर करें, नहीं तो पाताल से भी ढूंढकर मारेंगे, छत्‍तीसगढ़ में अमित शाह ने दी खुली चुनौती

छत्तीसगढ़ रायपुर

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई तेज होगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ सहित पड़ोसी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को हर सप्ताह नक्सल ऑपरेशन में लगी टीम के साथ बैठक कर कार्ययोजना बनाने और समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं को पहुंचाने के लिए मुख्य सचिव हर 15 दिन में एक बार नक्सल अभियान से जुड़े विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। नक्सलियों से शांति वार्ता की संभावना पर शाह ने कहा कि मैं तो उनसे सरेंडर करने की खुले तौर पर अपील कर रहा हूं। हथियार छोड़ दे, सरेंडर का मौका दे रहे हैं, अच्छी पुनर्वास देंगे। नहीं तो वे पाताल में भी छिप जाएं,नहीं छोड़ेंगे। अपने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान शाह ने नवा रायपुर स्थित मेफेयर रिसोर्ट में आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से कहा कि जब तक नक्सल अभियान की सतत निगरानी नहीं होगी तब तक हम अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं कर सकेंगे।

नक्सलियों से शांति वार्ता की संभावना पर शाह ने कहा कि मैं तो उनसे सरेंडर करने की खुले तौर पर अपील कर रहा हूं। हथियार छोड़ दे, सरेंडर का मौका दे रहे हैं, अच्छी पुनर्वास देंगे। नहीं तो वे पाताल में भी छिप जाएं,नहीं छोड़ेंगे। अपने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान शाह ने नवा रायपुर स्थित मेफेयर रिसोर्ट में आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों से कहा कि जब तक नक्सल अभियान की सतत निगरानी नहीं होगी तब तक हम अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं कर सकेंगे।

एनआईए की तर्ज पर एसआईए

शाह ने कहा कि राज्य में एनआइए की तर्ज पर एसआइए बनाएंगे। नक्सलवाद की वजह से बस्तर में जो लोग निरक्षर रह गए हैं , उन्हें साक्षर बनाया जाएगा। चाहे उनकी आयु कोई भी हो। इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार का गृह मंत्रालय एक अभियान चलाएगा। राज्य सरकार जल्द नई सरेंडर पालिसी की घोषणा करेगी। तेंदूपत्ता खरीदी पालिसी में भी बदलाव होगा।

शाह ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि साय सरकार ने राज्य और केंद्र सरकार की सरकारी योजनाओं के शत-प्रतिशत सैचुरेशन का अभियान शुरू किया है और इसके साथ-साथ बस्तर ओलिंपिक, पैराओलिंपिक, स्थानीय कला, संस्कृति और खानपान का सम्मान बढ़ाने का काम किया है। उन्हाेंने बस्तर के नक्सली हिड़मा के गांव में गृह मंत्री विजय शर्मा के जाने पर तारीफ की और कहा कि हिड्मा के गांव में जब प्रदेश के डिप्टी सीएम ग्रामीणों आधार कार्ड या आयुष्मान कार्ड देते हैं दिल्ली में हमें सुकून मिलता है। एक प्रश्न पर कहा कि हमें भी उन गांव में ले जाएंगे तो मैं भी जाऊंगा। सुकमा के छह गांवों में आजादी के बाद पहली बार आदिवासियों ने मतदान का इस्तेमाल किया है। आज सुरक्षा बलों के जवान सुरक्षा मुहैया कराने के साथ-साथ क्षेत्र के विकास के लिए भी योगदान दे रहे हैं।

नक्सलवाद के खिलाफ छत्तीसगढ़ का बेहतर काम

शाह ने कहा कि देश की नक्सलवाद की बात की जाए तो 90 प्रतिशत हिस्सा छत्तीसगढ़ का है जो नक्सल प्रभावित है। राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण पिछले सात महीनों में राज्य सरकार ने इससे पहले अब तक की इसी अवधि में बहुत बेहतर काम किया है। उन्होंने कहा कि इन सात महीनों में सबसे ज़्यादा नक्सली मारे गए हैं, सबसे अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है और गिरफ्तार किए गए हैं। शाह की अध्यक्षता में रायपुर में नक्सल प्रभावित राज्यों की अंतर राज्यीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित हुई। इसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित रहे। बैठक से पहले मंत्री अमित शाह चंपारण गए थे। यहां उन्होंने महाप्रभु वल्लभाचार्य की जन्म स्थली चंपारण में पूजा अर्चना की।

ये बड़ी घोषणाएं

– राज्य में एनआइए की तर्ज पर एसआइए

– नक्सल सरेंडर पालिसी जल्द होगी सार्वजनिक

– तेंदूपत्ता की खरीदी की पालिसी में भी होगा बदलाव

– नक्सल क्षेत्र में होगा बुनियादी सुविधाओं का विकास

– निरक्षरों को साक्षर करने को चलेगा संयुक्त अभियान