मेरी कहानी मेरी ज़ुबानी : मुफ्त इलाज से मां के घुटनों को मिला नया जीवन

कांकेर छत्तीसगढ़

कांकेर । विकसित भारत संकल्प यात्रा के पहले दिन आज आईईसी वाहन जिले के ग्राम हाटकर्रा (कोरर) पहुंचा, जहां लाभार्थी राकेश सिंह ने बताया कि उनकी माता श्रीमती सुषमा के घुटने की हड्डी टूट गई थी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हाटकर्रा में परीक्षण उपरांत चिकित्सक  की सलाह से वह अपनी मां को कोमल देव जिला अस्पताल कांकेर लेकर आए। यहां डॉक्टरों ने आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड बनाने का सुझाव दिया, जिस पर वहीं अस्पताल में योजना के तहत तत्काल पंजीयन कराकर कार्ड बनवाया। इसके साथ ही ऑपरेशन से लेकर सभी दवाइयों का व्यय मुफ्त में हो गया। अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि उसी ऑपरेशन और दवाई के लिए निजी अस्पताल में डेढ़ से दो लाख रुपए खर्च करने पड़ते। राकेश ने बताया- “आज उनकी माताजी अपने पैरों से चलने में पूरी तरह सक्षम हैं। अगर यह योजना नहीं होती तो माताजी के घुटनों का इलाज कर पाना संभव ही नहीं था। यह सचमुच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है, जो साकार हो रहा है।” उन्होंने भारत सरकार की इस योजना की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी का आभार माना।