रायपुर। मानसून अब विदाई की ओर अग्रसर है, इसकी वजह से शुक्रवार को राजधानी में बादल आंशिक रूप से छाए रहेंगे और वर्षा के आसार नहीं हैं। लेकिन मौसम विज्ञानियों के अनुसार दो दिनों बाद यानी कि छह अक्टूबर दोबारा से मानसून की गतिविधियाें में बढ़ोतरी होने के आसार बन रहे हैं। वहीं, शुक्रवार को प्रदेश के एक दो स्थानों पर बहुत हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। साथ ही वर्षा का क्षेत्र चरम दक्षिण होने की संभावना बन रही है।
इसी बीच गुरुवार को दिनभर मौसम राजधानी सहित प्रदेशभर में सामान्य ही रहा और उमस की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। प्रदेश में एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा दर्ज की गई। सर्वाधिक वर्षा रायगढ़ में एक सेमी दर्ज की गई। वहीं, प्रदेश में सर्वाधिक तापमान रायपुर में 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में रहा।
यह बन रहा है सिस्टम
एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उसके आसपास स्थित है। यह 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणिका उत्तर-पूर्व बिहार से उत्तर अंडमान सागर तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
इस उपरी हवा के चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास चार अक्टूबर को बनने की संभावना है। इसकी वजह से चरम दक्षिण में ही वर्षा संभावित है, जबकि अन्य स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
अधिकतम तापमान सभी जगह ज्यादा
मौसम विभाग के पिछले तीस वर्षों के आंकड़ों के अनुसार अधिकतम तापमान सामान्य औसत से लगभग सभी क्षेत्रों में अधिक है। आंकड़ों के अनुसार यह सर्वाधिक रायपुर में चार डिग्री सेल्सियस अधिक है, जबकि जगदलपुर में यह 3.1 डिग्री, अंबिकापुर में 1.8 डिग्री, बिलासपुर में 1.4 डिग्री, दुर्ग में 1.3 डिग्री और पेंड्रा रोड में 0.9 डिग्री सेल्सियस तक सामान्य औसत से अधिक है।
न्यूनतम तापमान भी सामान्य से अधिक
इसके अलावा न्यूनतम तापमान भी सामान्य औसत से अधिक है। यह बिलासपुर में 3.2 डिग्री, रायपुर में 2.5 डिग्री, पेंड्रा रोड में 1.4 डिग्री, अंबिकापुर में 1.3 डिग्री, जगदलपुर में 0.9 डिग्री और दुर्ग में 0.8 डिग्री सेल्सियस तक सामान्य औसत से अधिक है।