नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की स्थिति में आ गए हैं। भाजपा नीत राजग को लोकसभा में बहुमत मिल गया है। एनडीए की बैठक में पीएम के रूप में उनके नाम पर मुहर लग गई है। आज शाम 7.30 बजे ही पीएम मोदी राष्ट्रपति से मिलकर एनडीए की सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। दावा पेश करने से पहले राष्ट्रपति ने 17 वीं लोकसभा को भंग किया। 17वीं लोकसभा को भंग होने के साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मौजूदा 18वीं लोकसभा का गठन शुरू करेंगी। राष्ट्रपति मुर्मू राष्ट्रपति भवन में पीएम मोदी की केंद्रीय मंत्रिपरिषद के लिए विदाई रात्रिभोज का आयोजन भी करेंगी। 292 सीटों वाले एनडीए को राष्ट्रपति द्वारा एक निश्चित समय सीमा के भीतर अपना बहुमत साबित करने के लिए कहा जाएगा।
लोकसभा चुनाव रिजल्ट 2024 के आंकड़ें आने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 543 लोकसभा सीटों में से 292 का बहुमत हासिल कर लिया है। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद कयास लगाया जा रहा है कि वह लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का दावा कर सकते हैं। कैबिनेट ने आज की बैठक में राष्ट्रपति से 17वीं लोकसभा को तत्काल प्रभाव से भंग करने की मांग की। राष्ट्रपति ने कैबिनेट की मांग स्वीकार कर ली है और 17वीं लोकसभा को भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने पीएम मोदी को अपना समर्थन पत्र दिया। पीएम मोदी के आवास पर आज शाम एनडीए के नेताओं की बैठक हुई जिससे पहले सहयोगियों के आने से पहले कई तरह के कयास लग रहे थे।
टीडीपी और जेडीयू – एनडीए के साथ
भाजपा के प्रमुख सहयोगियों एन चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने आंध्र प्रदेश में 16 और नीतीश कुमार की जेडी(यू) ने बिहार में 12 सीटें जीती हैं। इसके साथ ही अन्य गठबंधन सहयोगियों के समर्थन से एनडीए ने 292 सीटें हासिल करते हुए आधे से अधिक का आंकड़ा पार कर लिया है।
सबसे पहले तो बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर कयासों का बाजार गर्म हो गया क्योंकि वे पटना से दिल्ली आने के क्रम में तेजस्वी के साथ ही फ्लाइट से आए। दोनों के मुलाकात की तस्वीरें और वीडियोज भी वायरल होने लगे। ऐसा लगने लगा कि कहीं नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के लोगों के संपर्क में तो नहीं हैं, कहीं पाला बदलकर उधर ना चले जाएं। लेकिन नीतीश कुमार एनडीए की बैठक से मुस्कुराते हुए निकले और दिल्ली में अपने आवास पहुंच गए।
दूसरी कयासबाजी टीडीपी सुप्रीमो चंद्र बाबू नायडू को लेकर चल रही थी। उनके लिए कहा जा रहा था कि नायडू इंडिया गठबंधन के ही सहयोगी थे और उसके बाद एनडीए के साथ आए और मिलकर चुनाव लड़ा। टीडीपी ने इस चुनाव में कुल 16 सीटों पर जीत मिली है और नीतीश के साथ वह भी किंगमेकर के तौर पर देखे जा रहे थे। चुनावी गुणा भाग में जीते गए 17 निर्दलीयों को लेकर भी कयास लग रहे थे। लेकिन इन सारे कयासों पर विराम लग गया और एनडीए ने आशंकाओं के बादल को दूर कर सहयोगियों ने फाइनल मुहर लगा दी और कह दिया-फिर एक बार मोदी की सरकार।