राजनांदगांव । इंटरनेट मीडिया में नाबालिग से दोस्ती कर सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर अनाचार कर तीन लाख रुपये में सौदा कर बेचने वाले मुख्य आरोपित को पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मामले में एक आरोपित पहले से ही जेल में है। घटना दो माह पुरानी है।डोंगरगढ़ में रहने वाली नाबालिग की दोस्ती इंटरनेट मीडिया के माध्यम से राजस्थान चुरू ज्याक निवासी 25 वर्षीय प्रेमाराम गोदारा से हुई। प्रेमाराम ने युवती को सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर राजस्थान बुला लिया।
इसके बाद आरोपित प्रेमाराम ने नाबालिग से दुष्कर्म किया, फिर नाबालिग को राजस्थान नागौर मठपुरा निवासी सूखाराम ठुगेल के पास तीन लाख रुपये में सौदा कर बेच दिया। सूखाराम के चंगुल से निकलकर युवती ने कालकर अपने स्वजन को घटनाक्रम की जानकारी दी। इसके बाद स्वजन डोंगरगढ़ थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। नाबालिग जिस नंबर से काल कर जानकारी दी थी, उसका लोकेशन राजस्थान में मिला।
अपहरण का अफवाह फैलाया
मामले में सूखाराम पहले ही जेल में है। पुलिस ने इस संबंध में लगातार पूछताछ कर रही थी। पूछताछ के दौरान सूखाराम ने प्रेमाराम गोदारा के पास से युवती को खरीदने की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस प्रेमाराम गोदारा को पकड़ने जाल बिछाया। पुलिस सिविल ड्रेस में राजस्थान में आरोपित के ठिकानों मे दबिश दी। पुलिस को सिविल ड्रेस में देख आरोपित ने अपहरण का अफवाह फैला दिया।
वहीं राजस्थान पुलिस को भी मौके पर बुला लिया। छत्तीसगढ़ की पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी राजस्थान पुलिस को दी। इसके बाद आरोपित को हिरासत में लेकर डोंगरगढ़ लाया गया। मंगलवार को आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
सेना वर्दी में आ रहा नजर
पुलिस ने बताया कि आरोपित ने इंस्टाग्राम के डीपी में सेना की वर्दी पहना हुआ स्वयं का फोटो लगा रखा है। नाबालिग आरोपित के डीपी को देख झांसे में आ गइ और राजस्थान पहुंच गई। पुलिस अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगढ़ आशीष कुंजाम ने कहा, नाबालिग को सेना में नौकरी लगाने का झांसा देकर दुष्कर्म कर बेचने वाले आरोपित को राजस्थान से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
एक आरोपित पहले से ही जेल में है। वर्तमान समय में युवा पीढ़ी को जागरुक होने की जरुरत है। खासकर युवतियों को। अनजान नंबर से फ्रेंड रिक्वेस्ट आने पर स्वीकार नहीं करना चाहिए। इंटरनेट मीडिया में अनजान व्यक्ति से बात नहीं करना चाहिए। आनलाइन फ्राड, ठगी से बचाने लगातार जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इन सभी से बचाव का आसान तरीका जागरुकता है।