फोक नदी में बन रहा कच्चा बधान, बोंदा गांव के लिए निस्तारी की समस्या होगी दूर

छत्तीसगढ़

कवर्धा । कबीरधाम जिले के फोक नदी में बोड़ला विकासखण्ड के ग्राम बोंदा गांव में निस्तारी की समस्या दूर करने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से कच्चा नदी बधान का काम किया जा रहा है। फोंक नदी में कच्चा बधान बंधने से बोदा गांव के ग्रामीणों को आने वाले गर्मी के मौसम में निस्तारी के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने नरेगा के तहत इस कार्य की गुणत्ता जांच करने के लिए जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल के साथ निरीक्षण किया। यहां ग्रामीणों ने बताया कि फोक नदी बाहरमासी है। यहां इस नदी में बारहमाह पानी का बहाव बना रहता है। इस योजना से कच्च बधान बन जाने से और ज्यादा पानी एकत्र होगा, इससे ग्रामीणों को बहुत पानी की समस्या दूर होगी और रोजगार की समस्या भी दूर हो गई है। कच्चा बंधान के लिए नरेगा योजना से आठ लाख 90 हजार रूपए की स्वीकृति मिली है।  

कलेक्टर महोबे ने इसके अलावा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत प्रगतिरत कार्यों का अवलोकन एवं कार्यों की गुणवत्ता देखने जिले के बैगा एवं आदिवासी बाहुल बोड़ला और पंडरिया विकासखण्डों के विभिन्न ग्रामों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान मनरेगा के तहत प्रगतिरत कार्यों में नदी गाद सफाई, कच्चा बधान कार्य, तालाब गहरीकरण, प्रधाननंत्री आवास योजना के तहत प्रगतिरत आवास कार्यो की गुणवत्ता देखी। कलेक्टर ने आधा दर्जन से अधिक महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत प्रगतिरत कार्यों का निरीक्षण करते हुए मॉस्टर रोल, श्रमिकों की उपस्थिति पंजी की भी जांच की। कलेक्टर ने उपस्थित श्रमिकों की जांच करने के लिए श्रमिकों का नाम लेकर अपने सामने उपस्थिति दर्ज करने के लिए रोजगार सहायक को निर्देशित किया। कलेक्टर ने नरेगा के कार्यों एवं उनकी गुणत्ता की जांच करते हुए कहा कि कार्यो में लापरवाही एवं उदासनिता बर्दास्त नहीं की जाएगी। प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यों की भी जांच की और हितग्राहियों से चर्चा करते हुए कहा कि हितग्राही अपने आवास के मालिक है, किसी अन्य व्यक्ति के उपर समाग्री के लिए आश्रित ना हो। आवास स्वयं के लिए बना रहे, इसलिए पूरी ईमानदारी और गुणत्त्ता के साथ बनाए। आवासों की प्रगति के हिसाब से निर्धारित किस्तों में राशि हितग्राहियों के रजिर्स्टर बैंक खाते में डाली जाएगी। इसके लिए भी किसी के उपर आश्रित होने की आवश्यकता नहीं है।

कलेक्टर महोबे ने ग्राम सिंघारी में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवन का निरीक्षण किया। यह भवन पूर्णताः की ओर है। प्लास्टर के काम पूरे हो गए है। कलेक्टर ने कार्यों को शीघ्रता से पूरा कर महिला एवं बाल विकास विभाग को हैंडओवर करने के निर्देश दिए, ताकि आंगनबाड़ी बच्चों को एक नया भवन मिल सके। कलेक्टर ने ग्राम कांपा और बोरिया में तालाब गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने ग्राम पंचायत कांपा के आश्रित ग्राम बोरिया में मनरेगा योजना के तहत तालाब गहरी करण कार्य का निरीक्षण करते हुए, तालाब का पहले साफ करने के निर्देश दिए और तालाब का सीमांकन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने तालाब से लगे निजी जमीन को अलग करते हुए वहां तालाब का बड़ा मेंड़ बनाने के निर्देश दिए है, ताकि भविष्य में सर्वाजनिक उपक्रम के इस तालाब को अतिक्रमण से मुक्त रखा जा सके।

कबीरधाम जिले में मनरेगा के तहत 342 ग्राम पंचायतों में रोजगार मूलक 953 कार्य प्रगति पर


कबीरधाम जिले में महात्मागांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना तहत जिले के 342 ग्राम पंचायतो में 953 कार्य प्रगति पर है। इन कार्यों में 26 हजार 700 से अधिक पंजीकृत श्रमिकों को रोजगार का अवसर मिल रहा है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने इस योजना तहत प्रगतिरत कार्यो का निरीक्षण करते हुए जिले में प्रगतिरत सभी कार्यों की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने बताया कि महात्मागांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना तहत जिले के 342 ग्राम पंचायतों में 953 कार्य प्रगति पर है। इन कार्यों में 26700 से अधिक पंजीकृत श्रमिकों को रोजगार का अवसर मिल रहा है। इस योजना से  तालाब गहरीकरण नया तालाब निर्माण भूमि समतलीकरण कार्य मेड बंधन कार्य डबरी निर्माण कच्चा सड़क निर्माण नाली निर्माण पशु आश्रय शेड जैसे अनेक कार्यों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है इससे  ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है। अभी तक 57 लाख 63000 से अधिक मानव दिवस का रोजगार ग्रामीणों को मिला है जिले के वनांचल क्षेत्र से लेकर मैदानी ग्राम पंचायत तक महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत कार्य चल रहे हैं तथा श्रमिकों को रोजगार प्राप्त हो रहा है।