जिले में अटल टिंकरिंग लैब को क्रियाशील रखना अत्यंत आवश्यक: कलेक्टर

छत्तीसगढ़ बालोद

बालोद । कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने शासकीय स्कूलों में संचालित अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) के महत्व एवं उद्देश्यों के संबंध में प्रकाश डालते हुए इसे विद्यार्थियों के लिए अत्यंत महत्वाकांक्षी एवं उपयोगी  बताया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में बालोद जिले में अटल टिंकरिंग लैब की संख्या सर्वाधिक है। 

कलेक्टर चन्द्रवाल ने कहा कि जिले में सभी अटल टिंकरिंग लैब को क्रियाशील रखना अत्यंत आवश्यक है। चन्द्रवाल आज बालोद जिले के शासकीय शालाओं में अटल टिंकरिंग लैब के संचालन हेतु नियुक्त किए गए नोडल शिक्षकों की 02 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि यूनिसेफ और समग्र शिक्षा के सहयोग से 27 एवं 28 अगस्त को शासकीय कन्या शाला बालोद में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम बुधवार 28 अगस्त को समापन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर चन्द्रवाल ने आशा व्यक्त किया कि इस 02 दिवसीय प्रशिक्षण के उपरांत जिले में अटल टिंकरिंग लैब का समुचित संचालन सुनिश्चित हो सकेगा। कलेक्टर चन्द्रवाल ने प्रशिक्षण के दौरान नोडल शिक्षकों से मिले फीडबैक की भी सराहना की। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर पूजा बंसल ने अटल टिंकरिंग लैब के कुशल संचालन के संबंध में 02 दिवसीय प्रशिक्षण की सराहना की। समारोह में जिला शिक्षा अधिकारी पीसी मरकले ने प्रशिक्षण के उद्देश्यों के संबंध में जानकारी दी।इस अवसर पर प्रशिक्षकों ने अटल टिंकरिंग लैब के कार्यों एवं उद्देश्यों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से एटीएल प्रभारी शिक्षकों की समस्या-समाधान, डिजाइन थिंकिंग और 21वीं सदी के कौशल में क्षमता निर्माण करना है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को कक्षा 6वीं से 12वीं तक के छात्रों को स्कूल इनोवेशन मैराथन, इंस्पायर मैराथन और इग्नाइट जैसी आगामी प्रतियोगिताओं के लिए रचनात्मक परियोजनाएँ बनाने में सहायता करना है। इस प्रशिक्षण में कुल 38 शिक्षकों ने भाग लिया, जहाँ उन्हें समस्या-समाधान, कोडिंग और फिजिकल कंप्यूटिंग में महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गई।