बालोद । जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों को सफल बनाने में स्वच्छाग्राहियों का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए इस कार्य में लगे सभी स्वच्छाग्राहियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराना अत्यंत आवश्यक है। डाॅ. कन्नोजे आज जिला पंचायत सभाकक्ष में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की बैठक लेकर इसके अंतर्गत चल रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छाग्राहियों द्वारा कचरा प्रबंधन के कार्यों में विभिन्न प्रकार का अपशिष्ट एकत्रीकरण के कार्य के फलस्वरूप उनमें संक्रमण की संभावना बनी रहती है। इसके लिए उन्होंने नियमित रूप से स्वच्छाग्राहियों की स्वास्थ्य जांच हेतु विशेष स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छाग्राहियों का स्वच्छाग्राही ई-श्रमकार्ड निर्माण कर उन्हें सफाई कर्मकार मण्डल से जोड़ा जा सकता है जिससे उन्हें इन योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। डाॅ. कन्नौजे ने सफाई कर्मकार आवश्यक उपकरण सहायता योजना सुरक्षा उपकरण हेतु प्रतिवर्ष 1000 प्रति दर सफाई कर्मकार के बच्चे हेतु छात्रवृत्ति रू. 1000 से 1500 प्रति दर वार्षिक (प्रति बच्चा) 2 बच्चों हेतु तथा 2 लाख का जीवन बीमा आदि सुविधा सुनिश्चित कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
बैठक में डॉ. कन्नौजे ने जिले में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की चर्चा की एवं सभी प्रगतिरत कचरा संग्रहण शेड को 15 जुलाई 2024 से पूर्व पूर्ण करने एवं कचरा संग्रहण शेड में रजिस्टर पंजी के संधारण हेतु निर्देशित किया। उन्होंने अधिकारियों को सामुदायिक शौचालय क्रियाशील रखने तथा ग्राम पंचायतों में कचरे की सफाई, सार्वजनिक स्थल जैसे चैक, चैराहा, धार्मिक स्थल, स्कूल, आंगनबाड़ी, उप स्वास्थ्य केन्द्र, भवन एवं जल स्त्रोत तालाब, पैयजल स्त्रोत, हैण्डपंप के आस-पास के कचरे की साफ-सफाई नियमित रूप से करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने सार्वजानिक स्थलों को साफ रखने एवं कम से कम सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करने को कहा। जिससे प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभाव से बचा जा सके।