रायपुर । बीते 12 अप्रैल के दिन, छत्तीसगढ़ के कांकेर में घटित नक्सली और पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद फरार महिला नक्सली मांगो नुरेती उर्फ सिंधु को, 20 अप्रैल की रात, दक्षिण ओडिशा के नवरंगपुर पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ पुलिस को सौंप दिया है। गौरतलब है कि इस मुठभेड़ में 29 नक्सलियों की मौत हुई थी, जिसमें से कुछ दुर्दांत नक्सली नेता भी शामिल थे, जिनपर लाखों रुपए का इनाम रखा गया था।
इस बारे में जानकारी देते हुए नवरंगपुर जिला पुलिस अधीक्षक रोहित वर्मा ने बताया है कि छत्तीसगढ़ में घटित मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के ओडिशा सीमा में घुस आने की आशंका को देखते हुए शनिवार की सुबह, नवरंगपुर जिला पुलिस की ओर से नक्सल विरोधी अभियान शुरू किया गया।
इस अभियान में डीवीएफ की दो, एसओजी की एक और सीआरपीएफ 12 वीं बटालियन की टीम शामिल रहे। इस अभियान के दौरान शाम के समय छत्तीसगढ़ सीमांत पर स्थित नवरंगपुर जिला के कुंदेई थाना इलाके के एक घर से घायल महिला नक्सली मांगो नुरेती उर्फ सिंधु को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के दौरान नवरंगपुर पुलिस को पता चला कि 12 अप्रैल को हुई मुठभेड़ में मांगो उर्फ सिंधु भी शामिल थी और घायल होने के बाद फरार होकर ओडिशा सीमांत के एक गांव में आकर छिपी थी। इस खुलासे के बाद नवरंगपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला पुलिस से संपर्क कर इस बारे में जानकारी देने समेत उसे आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दिया।
पूछताछ के दौरान नवरंगपुर पुलिस को पता चला कि छत्तीसगढ़ के धमतरी जिला खल्लारी थाना अंतर्गत एकवारी गांव की मांगो नुरेती वर्ष 2021 में सीतानदी एरिया कमेटी में शामिल हुई थी और नक्सल नेता दीपक मां मांडवी उर्फ अरुण के नेतृत्व में काम करने लगी और इस दौरान विभिन्न नक्सली हिंसा में शामिल रही।