संस्थागत प्रसव के स्थान पर घरों में बढ़ती हुई प्रसव बना चिंता का कारण, कसडोल में कुष्ठ के मरीज बढ़े

छत्तीसगढ़ बलोदा बाजार

बलौदाबाजार । कलेक्टर चौहान की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत कार्यालय के सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समन्वय बैठक आयोजित की गई। जिसमें कलेक्टर चौहान ने स्वास्थ्य विभाग तथा एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के काम काज की विस्तृत समीक्षा की है। 

इस दौरान कलेक्टर के.एल.चौहान ने संस्थागत प्रसव के स्थान पर घरों में बढ़ती हुई प्रसव की संख्या पर चिंता जाहिर की है। साथ ही कसडोल के कुछ क्षेत्रों में कुष्ठ के मरीज भी बढ़े है। जिसको लेकर कलेक्टर चौहान ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को और अधिक बेहतर ढंग से कार्य करने के निर्देेश दिए है। स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की मुख्यालय में नही रहने की शिकायतों को बड़ी गंभीरता से लेते हुए मुख्यालय में रहने की हिदायत दी गई है। इसके साथ जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में टीकाकरण होता है वहां पर सहज जानकारी  उपलब्ध हो उसके लिए टीकाकरण की जानकारी संबंधी बोर्ड लगाने के दिए निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए है। उक्त बैठक में चौहान ने समस्त विकासखंडों को प्रथम तिमाही में गर्भवती पंजीयन पूर्ण करने के निर्देश दिए है। मितानिन एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को डोर टू डोर भ्रमण कर गर्भवती महिलाओं का पंजीयन करना सुनिश्चित करने कहा गया है। उन्होंने आगे कहा कि मलेरिया प्रभावित विकासखंड कसडोल में बीमारी का प्रबंधन त्वरित रूप से किया जाए। किसी भी स्थिति में मलेरिया से कोई मृत्यु नहीं होनी चाहिए। जिले के किसी क्षेत्र में महामारी के प्रसार की स्थिति में त्वरित रूप से अंतर विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए उसका प्रबंधन किया जाना चाहिए। इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं महिला बाल विकास विभाग का भी बराबर सहयोग प्रदान करे। डेंगू नियंत्रण पर साफ सफाई हेतु नगरीय निकाय एवं पंचायत विभाग को निर्देश अलग से दिए गए है। उन्होंने आम जनता को स्वास्थ्य सुविधा बेहतर तरीके से प्रदान करने के लिए महिला बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग के समन्वय पर जोर दिया है। कलेक्टर ने बैठक के दौरान ही उक्त दोनों विभाग के अधिकारियों के मोबाइल नंबर कर्मचारियों के बीच आपस में साझा करवाये। मातृ स्वास्थ्य अंतर्गत उन्होंने महिला बाल विकास के कार्यकर्ताओं को रक्त अल्पता तथा उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की लाइन लिस्टिंग तैयार करने को कहा है। कलेक्टर ने कहा की चिरायु टीम शत प्रतिशत आंगनवाड़ी केंद्रों तक जाए एवं बच्चों का कवरेज बढ़ाएं। चिरायु टीम के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु ना आने पर आंगनबाड़ी केंद्र खंड चिकित्सा अधिकारी को तुरंत सूचित करें। इसके लिए अलग से भी सिस्टम बनाने के निर्देश दिए है। महिला बाल विकास विभाग कुपोषित बच्चों की लाइन लिस्टिंग सदैव अपडेट रखें तथा बिस्तर खाली होने पर पोषण पुनर्वास केंद्रों से संपर्क कर बच्चों को त्वरित रूप से रेफर करें इसके लिए चिन्हाकन के समय ही परिवार सहित बच्चों के माता की काउंसलिंग शुरू कर दी जाए। जिले में 10 ऐसे स्वास्थ्य केंद्र भी हैं जहां संस्थागत प्रसव 100 से अधिक हुए हैं। कलेक्टर ने इन केंद्रों की उपलब्धि की सराहना करते हुए अपनाई जा रही रणनीतियों को अन्य केंद्रों में भी अमल में लाने हेतु कहा। चौहान ने स्वास्थ्य विभाग तथा महिला बाल विकास में बेहतर समन्वय हेतु संयुक्त दौरा करने, साप्ताहिक रिपोर्ट साझा करने एवं संयुक्त बैठक करने को भी निर्देश दिए है। बैठक में मातृ स्वास्थ्य, टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना,एएनसी पंजीयन,एफआर यू,स्वास्थ्य बीमा योजना सहित अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की। इसी तरह महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रम मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान पोषण अभियान,महतारी वंदन सहित अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा की है। कलेक्टर ने डेंगू दिवस पर प्रदर्शित मच्छरदानी उपयोग का भी अवलोकन किया। जिला कार्यालय को प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखण्ड बलौदाबाजार में 23, भाटापारा 03 एवं सिमगा 08 इस तरह कुल 34 प्रसव घरों में हुई जो कि काफी चिंता जनक है। इसी तरह संस्थागत प्रसव बलौदाबाजार में 6 हजार 717, भाटापारा 3 हजार 809, कसडोल 3 हजार 864, पलारी 2 हजार 788 एवं सिमगा 2 हजार 837 है। इस तरह कुल 20 हजार 15 संस्थागत प्रसव हुए है। इसी तरह कुष्ठ रोग के विकासखण्ड बलौदाबाजार में 69, भाटापारा 58, कसडोल 110, पलारी 59 एवं सिमगा 48 मरीज 1 अप्रैल 2023 से लेकर 31 मार्च 2024 तक कुल 344 मरीज चिन्हांकित हुए है।इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग से सीएचएमओ डॉ.एम.पी महिस्वर,सिविल सर्जन डॉ.राजेश अवस्थी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग टिकवेंद्र जाटवार, एलसमस्त नोडल अधिकारी,जिला कार्यक्रम प्रबंधक समस्त खंड चिकित्सा अधिकारी, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक,जिला सलाहकार, ब्लॉक डाटा मैनेजरजिला मितानिन समन्वयक तथा महिला बाल विकास विभाग से सभी परियोजना अधिकारी एवं आंगनबाड़ी सुपरवाइजर उपस्थित रहे।