राजनांदगांव । आईजी दीपक झा एवं कलेक्टर संजय अग्रवाल आज छुरिया विकासखंड के शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय जोब में बच्चों के लिए आयोजित न्योता भोजन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान आईजी श्री दीपक झा एवं कलेक्टर संजय अग्रवाल ने स्कूली बच्चों को भोजन परोसकर उनके साथ पंक्ति में बैठकर न्योता भोजन ग्रहण किया। न्योता भोजन में बच्चोंं को दाल, चावल, सब्जी, अंकुरित चना, गुड़, केला, सलाद सहित अन्य व्यंजन परोसे गए थे। आईजी एवं कलेक्टर ने स्कूली बच्चों के लिए न्योता भोजन का आयोजन करने वालों की प्रशंसा की। आईजी श्री दीपक झा ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण अंतर्गत न्योता भोजन कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। न्योता भोजन पूरी तरह स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन या तो पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं या अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में मिठाई, नमकीन, ताजे फल या अंकुरित अनाज आदि के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकते हैं।
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि न्योता भोजन का न्योता कोई भी व्यक्ति, समूह, समुदाय, सामाजिक संगठन, शिक्षक, भूतपूर्व विद्यार्थी, अभिभावकों द्वारा जन्मदिन, वर्षगांठ, विवाह और राष्ट्रीय पर्व सहित अन्य दिवस भी स्वेच्छा से पूर्ण भोजन या अतिरिक्त पूरक पोषण का योगदान कर सकते हैं। जिससे बच्चों को पौष्टिक, प्रोटीन युक्त भोजन मिलेगा और पूरक पोषण के माध्यम से बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करेगा। उन्होंने शिक्षकों को स्कूल में शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों का चिन्हांकित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए अतिरिक्त पौष्टिक आहार एवं नियमित स्वास्थ्य जांच कराने कहा, जिससे बच्चे स्वस्थ रहेंगे। साथ ही बच्चों के अभिभावकों से मिलकर उन्हें सुपोषण के प्रति जागरूक करने निर्देशित किया।
इस अवसर पर जनपद सदस्य कन्हैया कोले, सरपंच जोब जानकारीशरण श्रीवास्तव, सरपंच पंडरापानी कलावती मंडावी, एमडी ठाकुर, चंद्रिका डडसेना, पुरन नेताम, रोशन साहू, संयुक्त कलेक्टर एवं परिवहन अधिकारी वीरेन्द्र सिंह, एसडीएम अरूण वर्मा, डीएसपी नक्सल ऑपरेशन अजीत ओगरे, उप संचालक पंचायत देवेन्द्र कौशिक, तहसीलदार विजय कोठारी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं शिक्षक व स्कूली बच्चे उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना अन्तर्गत शालेय अवधि में बच्चों को गर्म भोजन उपलब्ध कराया जाता है। यह योजना भारत सरकार के साथ राज्य शासन की भी महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना की गाईडलाईन में सामुदायिक आधार पर तिथि भोजन का प्रावधान किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में इसे न्योता भोजन के नाम से लागू किया गया है। न्योता भोजन की अवधारणा एक सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। यह विभिन्न त्यौहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर बड़ी संख्या में लोगों को भोजन प्रदान करने की भारतीय परम्परा पर आधारित है। समुदाय के सदस्य ऐसे अवसरों एवं त्यौहारों पर अतिरिक्त खाद्य पदार्थ या पूर्ण भोजन के रूप में बच्चों को पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन प्रदान कर सकते हैं। न्योता भोजन पूरी तरह स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन या तो पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं या अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में मिठाई, नमकीन, फल या अंकुरित अनाज आदि के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकते हैं। न्योता भोजन शाला में दिये जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं है, बल्कि यह केवल शाला में प्रदान किये जाने वाले भोजन का पूरक है। न्योता भोजन समुदाय के बीच अपनेपन की भावना विकसित करने में मदद करेगा। यह प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना अन्तर्गत प्रदान किये जाने वाले भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि करने में मदद करेगा। यह शाला और स्थानीय समुदाय के मध्य आपसी तालमेल के विकास में सहायक होगा। सभी समुदाय, वर्ग के बच्चों में समानता की भावना पैदा करने में मदद करना। पूरक पोषण के माध्यम से न्योता भोजन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को और मजबूत करने में मदद करेगा।