स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन ही असली सुख है-डॉ. गुप्ता

कोरबा छत्तीसगढ़



ननिहालों के मुस्कुराते चेहरे सबका मनोह लेते हैं – डॉक्टर इम्तियाज

आई.पी.एस. दीपका में विद्यार्थियों का किया गया डेंटल चेकअप

दीपका।

विद्यार्थियों के लिए डेंटल चेकअप एक आवश्यक कदम है, जो उनके स्वास्थ्य और शैक्षिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। दांतों की समस्याएं विद्यार्थियों को दर्द, असुविधा और आत्मविश्वास की कमी का सामना करा सकती हैं, जो उनके शैक्षिक प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती हैं।
डेंटल चेकअप में दांतों की समस्याओं का पता लगाया जा सकता है, जैसे कि दांतों की सड़न, टार्टर और मसूड़ों की बीमारी।
डेंटल चेकअप में दांतों की समस्याओं का इलाज किया जा सकता है, जिससे विद्यार्थियों को दर्द और असुविधा से राहत मिल सकती है।स्वस्थ दांतों से विद्यार्थियों को आत्मविश्वास में वृद्धि हो सकती है, जो उनके शैक्षिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।
डेंटल चेकअप से विद्यार्थियों को शैक्षिक प्रदर्शन में सुधार करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि वे दर्द और असुविधा से मुक्त हो सकते हैं।
डेंटल चेकअप में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा सकती है, जिससे किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या का पता लगाया जा सकता है।
आपके मसूड़े आपके दांतों को घेरे रख कर उनको अपनी जगह पर जमाए रखते हैं।अपने मसूड़ों को स्वस्थ रखने के लिये मुख की सफाई अच्छी तरह करेंकृअपने दांतों को रोज दो बार ब्रश करें। दांतों को रोज एक बार फ्लॉस करें और नियमित रूप से अपने डेंटिस्ट के पास जाएं। यदि आपके मसूड़े लाल होकर फूल गए हों या उनसे खून निकलता हो,तो ऐसा संक्रमण के कारण हो सकता है। इसे मसूड़ों का शोथ(जिंजीवाइटिस) कहते हैं, इसके तुरंत उपचार से मुख वापस स्वस्थ हो सकता है।इलाज न करने पर मसूड़ों का शोथ गंभीर रोग में विकसित हो सकता है(पेरीओडाँटाइटिस) और आप अपने दांतों को खो सकते हैं।
दांत मुंह (या जबड़ों) में स्थित छोटे, सफेद रंग की संरचनाएं हैं जो बहुत से कशेरुक प्राणियों में पाया जाती है। दांत, भोजन को चीरने, चबाने आदि के काम आते हैं। कुछ पशु (विशेषतः मांसभक्षी) शिकार करने एवं रक्षा करने के लिये भी दांतों का उपयोग करते हैं। दांतों की जड़ें मसूड़ों से ढ़की होतीं हैं। दांत, अस्थियों (हड्डी) के नहीं बने होते बल्कि ये अलग-अलग घनत्व व कठोरता के ऊतकों से बने होते हैं।
मानव मुखड़े की सुंदरता बहुत कुछ दंत या दाँत पंक्ति पर निर्भर रहती है। मुँह खोलते ही ‘वरदंत की पंगति कुंद कली‘ सी खिल जाती है, मानो ‘दामिनि दमक गई हो‘ या ‘मोतिन माल अमोलन‘ की बिखर गई हो। दंतपक्तियाँ सौंदर्य का साधन मात्र नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिये भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में डेंटल चेकअप कैंप का आयोजन किया गया । दीपका के प्रसिध्द डेंटल सर्जन डॉ.इम्तियाज एवं उनकी टीम ने विद्यार्थियों के मुँह एवं दांतो का परीक्षण किया । डॉक्टरों के द्वारा एक-एककर सभी विद्यार्थियों के मुँह एवं दाँतों का परीक्षण कर आवश्यक सलाह व सावधानियाँ दी गई ।
विद्यालय के कार्यालयीन स्टॉफ के द्वारा प्रत्येक विद्यार्थियों का पंजीयन किया गया तत्पश्चात विद्यार्थियों कतारबध्द होकर अलग-अलग डॉक्टरों के पास जाकर अनुशासित होकर अपने दाँतों का परीक्षण करवाए ।सभी विद्यार्थियों के डेंटल चेकअप में प्री प्राइमरी विंग के सभी शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा।
डॉ. इम्तियाज ने बताया कि मानव शरीर में दाँतों का अपना विशेष स्थान है । यदि आपके दाँत सुंदर और आकर्षक हैं तो आप सभी के प्रशंसा के पात्र बनते हैं । जरूरत है दाँतों की उचित देखभाल व नियमित सफाई की । दाँतों की देखभाल व सफाई में की गई जरा सी भी चूक हमारे लिए परेशानी का सबब बन जाती है । मानव मुखड़े की सुंदरता बहुत कुछ दंत या दाँत पंक्ति पर निर्भर रहती है । दाँतों की नियमित सफाई में हमारे ब्रश करने का तरीका भी अपना महत्व रखता है । हमें ब्रश करने के लिए कोमल ब्रश का उपयोग करना चाहिए एवं गोलाकार घुमाकर ब्रश करना चाहिए । हमें हमेंशा संतुलित आहार व अच्छा पोषण लेना चाहिए । हमें अपने दाँतों के व्यायाम के लिए कड़ी चीजें जैसे-गन्ना, कच्ची सब्जियाँ फल आदि खाना चाहिए ।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि दाँत यदि सुंदर व सफेद हो तो हम आकर्षण का केन्द्र बन जाते हैं । हमें नियमित रूप से दाँतों की सफाई पर ध्यान देना चाहिए । हमें सुबह-शाम दाँतों को ब्रश से साफ करना चाहिए एवं प्राकृतिक वस्तुओं का अधिकाधिक प्रयोग दाँतों की सफाई हेतु करना चाहिए । दाँतों की सफाई हेतु नीम, बबूल इत्यादि के दातून भी अत्यंत लाभकारी होते हैं । यदि हमें दाँतों की समस्याओं से ताउम्र बचना है तो हमें सतत रूप से दंत परीक्षण करवाते रहना चाहिए एवं अत्यधिक मीठा खाने से बचना चाहिए ।
डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि हमारे विद्यालय में समय-समय पर विद्यार्थियों के स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न शिविरों का आयोजन किया जाता है । क्योंकि ये विद्यार्थी ही हमारे राष्ट्र के भविष्य हैं एवं कहा भी जाता है स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का निवास होता है ।विद्यार्थियों के लिए डेंटल चेकअप एक आवश्यक कदम है, जो उनके स्वास्थ्य और शैक्षिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। विद्यार्थियों को नियमित रूप से डेंटल चेकअप करवाना चाहिए, ताकि वे स्वस्थ दांतों और आत्मविश्वास के साथ अपने शैक्षिक लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।