अतिथि शिक्षक की हार्ट अटैक से मौत

मध्यप्रदेश

गुना।
हार्ट अटैक से युवाओं की मौत होना आम बात नहीं है। चार मौत के मामले में कुछ को तो दर्द उठने के बाद अस्पताल पहुंचाने का भी समय नहीं मिल पाया। उससे पहले ही उनकी मौत हो गई। इसलिए इस विषय को बेहद गंभीर माना जा रहा है। ऐसे मामलों को लेकर डॉक्टर खुद हैरान हैं कि हार्ट अटैक के मामले ज्यादातर युवाओं में ही क्यों देखने को मिल रहे हैं।
बता दें कि गुना में सोमवार को अतिथि शिक्षक की हार्ट अटैक आ जाने से मौत हो गई। बाइक से स्कूल जाते समय उन्हें अटैक आया। गादेर के रहने वाले अमित सिंह भील अतिथि शिक्षक के पद पर पदस्थ थे। स्कूल पहुंचने से पहले ढाई तीन किलोमीटर पहले ही उन्हें अचानक सीने में दर्द उठा वह अचेत होकर बाइक सहित नीचे गिर गए। राह चलते लोगों ने उनके स्कूल में सूचना दी। एंबुलेंस को भी कॉल किया। उन्हें इलाज कराने अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके कुछ साथियों ने बताया कि अतिथि शिक्षकों को कई महीने से वेतन नहीं मिला है। अमित को भी 4 महीने से वेतन नहीं मिला था। इस कारण वह डिप्रेशन में चल रहे थे।
वहीं दूसरा मामले में रविवार को हार्ट अटैक से एक और युवक की मौत हो गई थी। बमोरी के इलाके के कॉलोनी के रहने वाले दीपक खांडेकर रविवार को अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने गया था। फतेहगढ़ के ग्राउंड पर कॉलोनी पर परवाह गांव के बीच मैच चल रहा था। दीपकखांडेकर की टीम बैटिंग कर रही थी। इसी दौरान दीपक को अचानक सीने में तेज दर्द उठा और वह अचेत हो गया। साथी उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 1 महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। यह मौत उसके परिवार और उसके दोस्तों के लिए गहरे सदमे से कम नहीं है। दीपक की शादी गुना कैंट की लड़की से हुई थी। शारीरिक तौर पर एकदम फिट स्पोर्ट्समैन दीपक अच्छा क्रिकेट खिलाड़ी था। दोस्तों ने बताया वह पूरी तरह फिट रहता था। क्रिकेट मैदान में उसका हुनर देखने लायक था। दीपक एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने के लिए दीपक फतेहगढ़ आया था। लेकिन क्रिकेट मैदान में ऐसा गिरा की हमेशा के लिए सो गया। दीपक के पिता खेती किसानी करते हैं।
तीसरे मामले में इंदौर के बाणगंगा इलाके में रहने वाली हेमलता की मौत हो गई। परिवार का दावा है की 9वीं क्लास में पढ़ने वाली उनकी बेटी हेमलता के सिर में अचानक तेज दर्द उठा था। उसे तुरंत इलाज कराने के लिए एम बाय अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। माना जा रहा है कि उसे साइलेंट अटैक आया था। जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं चौथे मामले में इसी बीच राजगढ़ जिले में भी जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाली 17 साल की छात्रा रिंकू 12वी कक्षा की छात्रा थी। वह अपने सहेलियों के साथ बैठकर भुट्टा खा रही थी। इस दौरान अचानक नीचे गिर पड़ी। तो सहेलियां मेट्रन के साथ नीचे लेकर आईं।और स्कूल प्रबंधन को बुलाया। इसके बाद रिंकू को खुजनेर अस्पताल लेकर आये तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
फिलहाल यह आमजनता के लिए शोध का विषय बन चुका है। जिस उम्र में व्यक्ति पूरी तरह फिट रहता है उसी उम्र में हार्ट अटैक जैसी घातक बीमारी आजकल युवाओं को अस्पताल तक पहुंचने का भी समय नहीं दे रही है। फिट व्यक्ति भी चंद मिनटों में देखते ही देखते दुनिया को अलविदा कह देता है। इन चारों मामले में भी सभी कम उम्र की ही है जो हार्ट अटैक के कारण दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।