पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय ने अपनी ही सरकार को लिया आड़े हाथ

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भ्रष्टाचार होने का लगाया आरोप

प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम लिखा पत्र  

जबलपुर//
अक्सर अपनी साफगोई से अपनी ही पार्टी और सरकार की मुश्किलें बढ़ा देने वाले पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय विश्नोई ने एक बार फिर लैटर बम फोड़ दिया है। जबलपुर की पाटन सीट से भाजपा के विधायक अजय विश्नोई ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के नाम एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होने धान और गेहूं के उपार्जन में बड़ा भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया है। अजय विश्नोई ने आरोप लगाया है कि जबलपुर में धान और गेहूं उपार्जन में घोटाले हर साल नया रिकॉर्ड बना रहे हैं और इसकी वजह उपार्जन नेटवर्क में लगातार भ्रष्टाचार का होना है।
विश्नोई ने आरोप लगाया कि जिले में डिफॉल्टर समितियों के कर्मचारियों से ही उपार्जन कार्य करवाया जा रहा है जो धान आए बिना ही उसका स्टॉक पोर्टल पर चढ़ा देते हैं और सरकार से भुगतान ले लिया जाता है। भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने अपने इस पत्र में एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ग्वालियर, मुरैना, उज्जैन और डिंडौरी के राईस मिलर्स को जबलपुर से धान की मिलिंग के लिए कागजों पर आरओ जारी कर दिए गए और ये धान मिलर्स तक पहुंचा ही नहीं उसे दोबारा सरकार को बेच दिया गया। अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव से इस घोटाले की जांच करवाने और उपार्जन के लिए साफ सुथरा, सक्षम नेटवर्क खड़ा करने की मांग की है।


इधर भाजपा विधायक अजय विश्नोई के इस पत्र से सरकारी महकमे में हडकंप मच गया है। जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने विधायक के आरोपों की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी है। कलेक्टर का कहना है कि विधायक अजय विश्नोई ने जो आशंकाएं जताईं हैं उसके सभी बिंंदुओं पर जांच की जाएगी और इसके लिए संबंधित जिलों के कलेक्टर्स से भी पत्रचार किया जाएगा। जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने 15 दिनों के भीतर मामले की जांच और उसके मुताबिक वैधानिक कार्यवाई करने की बात की है।