इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य ने बताए ‘ स्ट्रेस फ्री एग्जाम के टिप्स’
दीपका-कोरबा I
हमारी जिंदगी में परीक्षा देने का अवसर एक ना एक बार अवश्य आता है जिसमें हमारी काबिलियत का पता चलता है। स्कूल पढ़ने वाला विद्यार्थी विज्ञान जॉब की तलाश में कोई युवक सबको परीक्षा से गुजारना पड़ता है। परीक्षा पढ़ाई का दूसरा चरण होता है जिसे उत्तीर्ण करने के बाद ऊंची कक्षा में प्रवेश किया जा सकता है। नौकरी भी परीक्षा पास करने पर मिलती है। परीक्षा से घबराना नहीं चाहिए ये एक टेस्ट है जो बताता है की हम कितने काबिल हैं किसी क्षेत्र में, वह पढ़ाई-लिखाई, खेल-कूद, नृत्य, गायन इत्यादि हो सकता है बच्चों बड़ों को किसी भी फील्ड में उसकी टैलेंट को तराशने में परीक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। ये उन परिस्थितियों में काम आता है जब नौकरी के लिए लंबी कतार लगी हो लेकिन ये निर्णय कर पाना मुश्किल हो की किसी नौकरी दिया जाए?
तो उस समय परीक्षा एक तरीका बचता है जिससे “दूध का दूध और पानी का पानी” हो जाता है मतलब व्यक्ति की कबिलायत वास्तव में पता चल जाता है, इस तरह कोई लीडर अपने काम के लिए सरलतापूर्वक एम्प्लॉयज खोज सकता है। एग्जाम का शुरुआत पाठशाला से होकर नौकरी प्राप्त करने तक चलता रहता है कोई विशेष पढ़ाई की डिग्री लेनी हो तो भी पहले परीक्षा पास करना होगा। परीक्षा में बैठने से विद्यार्थी अथवा परीक्षार्थी को कई फायदे मिलते हैं अगर वो उत्तीर्ण होता है तो उसे अपने फील्ड से संबंधित कोई सुविधाएं मुहैया कराई जाती है और अगर वो अनुत्तीर्ण होता है तो उसे एग्जाम पेपर कैसे दिया जाता है उसका अनुभव हो जाता है। पहली बार एग्जाम हॉल में परीक्षा देने में बहुत से लोग डरते हैं लेकिन जब ये दुबारा या कई बार परीक्षा दे चुके होते हैं तो वह परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करते हैं इसलिए दुबारा या तीसरी बार परीक्षा देने पर कई लोग पास हो जाते हैं क्योंकि वे अपनी गलतियों को सुधार लेते हैं बार बार परीक्षा देने से परीक्षा के प्रति उनका भय खत्म हो जाता है। परीक्षा से परीक्षार्थी और परीक्षा लेने वाला दोनों को आगे चलकर लाभ होता है क्योंकि इससे सच्चे, अच्छे, योग्य व्यक्ति को काम मिल जाता है और बॉस को अपने लिए योग्य कर्मचारी, जिससे उसे फायदा ही होता है।
इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के यशस्वी प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने आगामी बोर्ड परीक्षा में विद्यार्थियों के बेहतर प्रदर्शन के लिए विभिन्न सुझाव दिए। डॉ संजय गुप्ता ने स्ट्रेस फ्री एग्जाम से रिलेटेड डिफरेंट टिप्स विद्यार्थियों के लिए शेयर किया। डॉ संजय गुप्ता ने बताया कि विद्यालयों में अभी तक विद्यार्थियों की स्तर की जांच के लिए कई प्री बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जा चुकी है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वह कोई भी स्ट्रेस अपने मन पर हावी न होने दें। खुद पर विश्वास करें। अभिभावकों को चाहिए कि घर में भी बच्चों को पढ़ने का पूरा माहौल दें।घर में बच्चों के पढ़ने के लिए अनुकूल वातावरण निर्मित करें ।बच्चों को परीक्षा की तैयारी के लिए सतत सपोर्ट करते रहें। अभिभावक बच्चों पर केवल पढ़ने का ही निरंतर दबाव न बनाएं बल्कि उनसे लगातार बातें करते रहे ।उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास करते रहें ।साथ ही उनके मनोरंजन कभी ख्याल रखें ।उन्हें उनके दोस्तों से दूर ना करें बल्कि सतत संपर्क में रहने दें। परीक्षा के दिनों में घर में उत्सव का माहौल बनाएं ना कि तनाव का। विद्यार्थी को कभी भी यह नहीं लगना चाहिए कि वह तनाव में है बल्कि परीक्षा को वह उत्सव के रूप में एंजॉय करें और अपना बेस्ट देने का प्रयास करें । अभिभावकों को चाहिए कि विद्यार्थियों को तनाव मुक्त परीक्षा दिलाने हेतु सतत प्रेरित करें। एक अभिभावक होने के नाते हमें बच्चों को बताना चाहिए कि उनकी जिंदगी की पहली परीक्षा नहीं है ।फ्यूचर लाइफ, प्रोफेशनल लाइफ और पब्लिक लाइफ में ऐसे बहुत सी परीक्षाओं की चुनौतियों का उनका सामना करना पड़ेगा। ऐसी चुनौतियां आती रहेगी और इससे ज्यादा कठिन और मुश्किल भी हो सकती हैं ।अतः हमें इससे घबराना नहीं है ।इनसे एक सकारात्मक सोच के साथ आगे निकलना है। डॉ संजय गुप्ता ने विद्यार्थियों के लिए कहा कि यदि आपने अच्छी पढ़ाई लिखाई की है,यदि आपने समय का महत्व समझा है तो बेशक आप एक आश्चर्यजनक परिणाम ला सकते हैं। सीबीएसई ने शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ से ही विद्यार्थियों के हित के लिए बहुत सारे सैंपल पेपर्स वेबसाइट में अपलोड किया हुआ है ।यह भी विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभदायक है ।इससे हम परीक्षा के पैटर्न और अंक विभाजन को अच्छी तरह समझ कर अपनी तैयारी कर सकते हैं ।बहुत सारे महत्वपूर्ण प्रश्नों का सामंजस्य इन सैंपल पेपर्स में हमें देखने को मिलता है। डॉ संजय गुप्ता ने विद्यार्थियों को सलाह देते हुए कहा कि परीक्षा हाल में हमें हमेशा तनाव मुक्त होकर प्रवेश करना है। हमें हमेशा यह एटीट्यूड रखना चाहिए कि मैं प्रत्येक प्रश्नों का सही उत्तर लिखने में 100% सक्षम हूं। सैंपल पेपर्स के सतत अभ्यास से हमारे मन की सभी सुविधाएं दूर हो जाती हैं। प्रश्न पत्र से संबंधित कोई भी संदेह हमारे मन में नहीं रहता है। उदाहरण के रूप में यदि हमने किसी बिल्डर से किसी फ्लैट का मैप या डिजाइन दिखाने के लिए कहा। वह बिल्डर हमें कहता है कि यहां पर आपका बेडरूम होगा, यहां किचन ,यहां हॉल और यहां पार्किंग होगा इत्यादि ।और फ्लैट बनने के बाद हम उस पर प्रवेश करते हैं तो सभी तय स्थान पर बताए गए नक्शे के अनुरूप हमें मिलता है। तो ऐसा ही सैंपल पेपर्स के मामले में भी हम समझ सकते हैं। यह आपको परीक्षा पूर्व अच्छी तैयारी करने में संपूर्ण मदद करता है। आपके मन से पूरा संदेश दूर करता है। यदि स्टूडेंट प्री बोर्ड एग्जाम और सिंपल पेपर्स के अभ्यास को गंभीरता से ले लेता है तो उनके प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार देखने को मिलता है। इसमें कोई दो राय नहीं है ।जरूरत है तो सिर्फ खुद पर विश्वास करने का और समय का सदुपयोग करने का। परीक्षा प्रारंभ होने के 2 दिन पूर्व बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। अच्छा का पहला दिन और पहले परीक्षा का दिन। हमें एडमिट कार्ड के निर्देशों को ध्यान से पढ़कर समझ लेना चाहिए। यदि एडमिट कार्ड में दी गई जानकारी में कोई गड़बड़ी है, कोई गलतियां हैं, तो तत्काल हमें अपने विद्यालय के प्रमुख से संपर्क करना चाहिए। परीक्षा पूर्व इन सारी समस्याओं का समाधान हमें अवश्य कर लेना चाहिए। हमें अपने परीक्षा केंद्र से संबंधित पूरी जानकारी परीक्षा पूर्व अवश्य हासिल कर लेनी चाहिए। के दिन परीक्षा केंद्र में समय पूर्व पहुंचने का प्रयास करना चाहिए परीक्षा केंद्र में पहुंचने के लिए हमें किसी ऐसे मार्ग का चुनाव करना चाहिए जहां पर ट्रैफिक की समस्या ना हो। परीक्षा भवन में जाने से पूर्व विद्यार्थी यह सुनिश्चित कर लें कि आपके पास आपका प्रवेश पत्र स्कूल का आईडी कार्ड ,एक पारदर्शी पाऊच, जिसमें आपकी स्टेशनरी हो और साफ- सुथरे गणवेश में होने चाहिए। परीक्षा केंद्र में 30 मिनट पूर्व पहुंचे। केंद्र में पहुंचकर मन को हल्का रखें। किसी भी प्रकार का तनाव ना लें ।शांति महसूस करें। खुले और फुल ऑफ एनर्जी मन वाला एटीट्यूड लेकर एग्जाम सेंटर में एंटर करें। खुद पर विश्वास रखें कि आप आश्चर्यजनक परिणाम देने के लिए वहां उपस्थित हैं। हमेशा पॉजिटिव एटीट्यूड रखें। चेहरे पर मुस्कान रखें ना की थकान या तनाव। परीक्षा पूर्व किसी भी प्रकार की चिंता को अपनी जिंदगी से हमेशा के लिए छूमंतर कर दें। आपके मस्तिष्क में सिर्फ और सिर्फ आपका गोल होना चाहिए। अंत में इतना ही कहूंगा कोशिश कर हल निकलेगा, आज नहीं तो कल निकलेगा। अर्जुन के तीर सा सध, मरुस्थल से भी जल निकलेगा। मेहनत कर पौधों को पानी दे, बंजर जमीन से भी फल निकलेगा। सभी बोर्ड एग्जाम दिलाने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा पूर्व अच्छे प्रदर्शन की शुभकामनाएं।