रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर सेंट्रल जेल की एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुली है। यह पोल किसी और ने नहीं, बल्कि जेल के एक प्रहरी ने ही खोल दी है। शुक्रवार दोपहर जेल बेरियर गेट पर बैठकर डीएस चंद्रवंशी नामक जेल प्रहरी ने खुलेआम शराब पी। इसके बाद उसने वहां मौजूद लोगों से कहा कि जेल के भीतर हमारा राज चलता है। इस दौरान वह पूरे परिसर में घूमते हुए जेल के अधिकारियों को गालियां देता रहा। इस घटनाक्रम को मोबाइल में कैद होने की भनक पाकर प्रहरी वहां से तत्काल निकल गया। इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि नशे में धुत्त जेल प्रहरी डीएस चंद्रवंशी ने किस अंदाज में जेल परिसर के अंदर बाइक पर इधर-उधर घूमता हुआ मोर्चा गेट पर बैठक कर खुलेआम शराब सेवन कर शराब की बोतल को वहीं पास में फेंक दिया। प्रहरी चंद्रवंशी का यह वीडियो सामने आने के बाद जेल अधीक्षक ने उसे निलंबित कर जांच के आदेश दिए हैं।
सेंट्रल जेल रायपुर जेल अधीक्षक अमित शांडिल्य ने कहा, नशे में धुत्त जेल प्रहरी डीएस चंद्रवंशी का कृत्य सामने आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी करेंगे। जेल में किसी तरह की गलत गतिविधि चलने नहीं दी जाएगी। जेल प्रशासन इसे लेकर बेहद सतर्क है। आने वाले दिनों में इसका नतीजा भी दिखाई देगा। वीडियो में कैद नशे में धुत्त जेल प्रहरी चंद्रवशी ने खुद को सहायक जेल अधीक्षक बताकर दावा किया कि जेल के भीतर उसकी धौंस चलती है, राज चलता है। अधिकारियों को वह अपनी जेब में रखता है। उसने अपने पास रखे खुफिया पेन कैमरा को दिखाते हुए कहा कि जेल के भीतर की एक-एक गतिविधि इसमें रिकार्ड है।यही कारण है कि बंदी से लेकर प्रहरी और अधिकारी उससे डरते हैं। गौरतलब है कि प्रहरियों की मिलीभगत से जेल के भीतर प्रतिबंधित सामान पहुंचाने के साथ ही अस्पताल में इलाज कराने आने वाले और कोर्ट पेशी में जाने वाले रसूखदार बंदियों को वीआइपी सुविधा देने की शिकायतें आम हैं। इस तरह के लगातार कई मामले सामने भी आ चुके हैं।