डॉ. भीमराव जी अम्बेडकर भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे – पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल

0
31

डॉ. अम्बेडकर जी की 134वीं जयंती पर जिला कांग्रेस कार्यालय टी पी नगर कोरबा में याद किये गए

कोरबा //
डॉ. भीमराव जी अम्बेडकर बाबा साहेब लोकप्रिय, भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने दलित एवं बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और दलितों के खिलाफ सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया। श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री एवं भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार थे। उक्त कथन पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने डॉ. अम्बेडकर जी की 134वीं जयंती अवसर पर जिला कांग्रेस कार्यालय टी पी नगर कोरबा में आयोजित कार्यक्रम में उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कही।
पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद ने बताया कि कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने विधि, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के शोध कार्य में ख्याति प्राप्त की। जीवन के प्रारम्भिक कैरियर में वह अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवं वकालत की। बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में बीता। 1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया। 1990 में, मरणोपरांत उन्हे भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया।


जिला कांग्रेस अध्यक्ष नत्थु लाल यादव ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी का जीवन सामाजिक चिंतन पर आधारित था। सामाजिक समानता, मौलिक अधिकार, मानवीय न्याय, समाजवाद तथा देश की एकता के लिए जीवन भर संघर्ष करते रहे।
जिला कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सपना चौहान ने बताया कि 15 अगस्त 1947 को भारत के स्वतंत्र होते ही पं. जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में बनी सरकार में डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री का पद संभाला था। उन्होने आगे बताया कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर पूरी शक्ति से जीवन भर सामाजिक उत्थान व विकास के लिए कार्य करते रहे।
पूर्व सभापति श्याम सुंदर सोनी ने कहा कि वे हर समाज के प्रेरक थे। उनका दर्शन सामाजिक चिंतन पर ही आधारित था। सामाजिक समानता, मौलिक अधिकार, मानवीय न्याय, समाजवाद तथा देश की एकता के लिए संघर्ष के पथ में उन्होने अपने प्राणों की आहूति भी दी।
कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष नारायण कुर्रे ने कहा कि सच्चे अर्थों में डॉ. अम्बेडकर एक महामानव, सच्चे देश भक्त और महान मानवतावादी थे। सेवादल प्रमुख प्रदीप पुरायणे, कांग्रेस एस.सी. प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष पुष्पा पात्रे, संतदास दिवाकर, नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू, एफ डी मानिकपुरी, पार्षद मुकेश राठौर, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष अवधेश सिंह, महामंत्री लक्ष्मी नारायण देवांगन, इंटक अध्यक्ष विकास सिंह, युवा कांग्रेस अध्यक्ष राकेश पंकज सेवा दल अध्यक्ष प्रदीप पुरायणे, गजानंद साहू, रवि खुंटे ने भी सम्बोधित किया। इन्होने बताया कि डॉ साहब जहॉ भी सम्मेलनों व सभाओं को सम्बोधित करते जय भीम के ऊंचे नारों से गगन (आसमान) गूंज उठता था।
जिला कांग्रेस कार्यालय के बाद ओपन थियेटर पहुंचकर वहॉ स्थापित डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतीमा पर माल्यार्पण कर उन्हे नमन किया गया और जय भीम के नारे लगाये गये। इन दोनो मौके पर अनुज प्रसाद जायसवाल, शांता मंडावे, रवि खुंटे, लखनलाल सहीस, बद्री किरण, मनोज अनंत, सीमा कुर्रे, छत्रपाल कुर्रे, शशि अग्रवाल, लक्ष्मी महंत, द्रौपती तिवारी, गिरधारी बरेठ, गंगाराम भाराद्वाज, विनोद अग्रवाल, आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल, दीपक टंडन, गणेश राम खुंटे, सुभाष राठौर, सुखसागर निर्मलकर, अनुज जायसवाल, बृजभूषण प्रसाद, विवके श्रीवास, रमेश वर्मा, अरविंद पाण्डेय, गौरी चौहान, सीमा उपाध्याय, शांता मण्डावे, रामकुमार राठौर, आबिद अख्तर, पालुराम साहू, मनकराम साहू, प्रदीप जायसवाल, अमित पन्ना, प्रहलाद बंजारे, गोपाल यादव, मिनीकेतन गबेल, पंचराम निराला, विजय आनंद, राजेन्द्र चौहान, शिवकुमार भट्ट, तुलसी उइके, मनहरण राठौर (इंटक) कृष्ण कुमार साहू, बसंत टंडन, राखी श्रीवास, संगीता जांगड़े, जया लहरे, श्याम बाई खुंटे, मंदोदरी टंडन, पार्वती जांगड़े आदि सहित कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थे।