जिला स्तरीय दो दिवसीय खिलौना आधारित हुआ प्रशिक्षण सह कार्यशाला

छत्तीसगढ़ महासमुंद

महासमुंद । समग्र शिक्षा अंतर्गत जिला स्तरीय दो दिवसीय खिलौना आधारित प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन 5 से 6 मार्च को आशीबाई गोलछा सुमित्रा तिवारी कक्षा में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी मीता मुखर्जी, जिला मिशन समन्वयक कमल नारायण चंद्राकर, सहायक क्रीड़ा अधिकारी अंजली बरमाल, सहायक कार्यक्रम समन्वयक समग्र शिक्षा देवनारायण जांगड़े, सहायक कार्यक्रम समन्वयक पेडागाजी कार्यक्रम प्रभारी सम्पा बोस तथा विकासखंड स्त्रोत केंद्र समन्वयक जागेश्वर सिन्हा के उपस्थिति में संपन्न हुआ।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सर्वांगीण विकास के लिए खिलौना आधारित शिक्षण, शास्त्र द्वारा बच्चों के सामाजिक और भावनात्मक विकास में मदद कर समझ विकसित करना तथा बिना किसी तनाव से एफएलएन के लक्ष्यों को प्राप्त करना। जिला मिशन समन्वयक कमल नारायण चन्द्राकर जी द्वारा हर विद्यालय में खिलौना कॉर्नर तथा जादुई पिटारा के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। जिला शिक्षा अधिकारी मीता मुखर्जी द्वारा खेल-खेल में बच्चों को रोचक तरीके से सीखने पर मार्गदर्शन दिया गया। कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधि मुखौटा निर्माण टेनग्राम, कठपुतली निर्माण पोपेट आदि का निर्माण, राज्य स्तर पर चयनित मास्टर ट्रेनर्स तथा जिला स्तरीय ट्रेनर्स के द्वारा किया गया।

इस कार्यक्रम में विभिन्न समूह के द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया गया। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी मास्टर ट्रेनर्स तथा सीएससी पवन साहू का सहयोग रहा कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम प्रभारी सम्पा बोस द्वारा किया गया।