नारायणपुर । साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में कलेक्टर बिपिन मांझी द्वारा जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर सीमांकन और बटवारे के प्रकरणों को एक माह के भीतर एवं अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों को शीघ्र निराकरण कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। जिले के शासकीय सेवक के मृतक के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति संबंधी आवेदन मंगाकर संबंधित विभागों में जमा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने समय सीमा के लंबित प्रकरणों एवं पत्रों की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि समय सीमा मे प्रकरणों का निराकरण करना सुनिश्चित करें ताकि राज्य शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को समय पर मिल सके। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की जानकारी लेते हुए सीएमएचओ से कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं उनके साथ आने वाले परिजनों को बेहतर सुविधा प्रदान की जाये। नियद नेल्लानार योजनांतर्गत जिले के चिन्हांकित ग्रामों में स्वीकृत उप स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्र, आश्रम छात्रावासों और राशन दुकानों को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले के चयनित नियद नेल्लानार योजनांतर्गत ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की जानकारी ली।
कलेक्टर मांझी ने राजस्व, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, आदिवासी विकास विभाग, कृषि, महिला एवं बाल विकास, क्रेडा, विद्युत, पशुधन, वन सहित अन्य संबंधित विभागों के कार्यों का समीक्षा करते हुए सभी कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराने के निर्देश दिये। राजस्व विभाग के द्वारा सीमांकन, बटवारें, अतिक्रमण को हटाने और किसान किताब पत्र की मांग किये जाने पर परीक्षण कर वितरण कराना सुनिश्चित करें। जिले के नक्सली पिड़ितों को आर्थिक सहायता समय सीमा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। गर्मी के मद्देनजर रखते हुए कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के निवासियों को पेयजल की आपूर्ति में किसी भी प्रकार की समस्या न हो। संबंधित विभाग मृतक के परिजनों से जानकारी लेकर अनुकंपा नियुक्ति संबंधी आवेदन प्रस्तुत करने कहा गया है। कलेक्टर ने समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के शासकीय जमीनों में अनाधिकृत रूप से अतिक्रमणों को शीघ्र निराकरण करने के निर्देश तहसीलदार नारायणपुर को दिये। कलेक्टर ने जिले के ग्राम पंचायतों की जनसंख्या से संबंधित डाटा बेस बनाने, आकांक्षी विकासखण्ड स्तर पर ग्राम पंचायतों की सरपंच एवं सचिव से संबंधित डेटा बेस तैयार करने, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में केन्द्र सरकार से प्राप्त होने वाली नियद नेल्लानार योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने जिले के नक्सल पीड़ीतों को आर्थिक सहायता प्रदाय करने की समीक्षा की। ग्राम पंचायत नेड़नार के आश्रित ग्राम ताड़नार में बालक आश्रम, मिडिल स्कूल एवं आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्यों को पूर्ण कराने के निर्देश दिये। ग्राम पंचायत खोड़गांव के आश्रित ग्राम पिड़हाबेड़ा का राजस्व सर्वे उपरांत नक्शा खसरा एवं सीमांकन के संबंध में चर्चा की गई। शैक्षणिक सत्र 2024-25 के प्रारंभ होने के पूर्व छात्रावास आश्रम भवनों की आवश्यक व्यवस्था एवं पूर्व तैयारी के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये।नियद नेल्लानार प्रस्तावित कार्यांे की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने जिले में नवीन पुलिस कैम्प संचालित ग्राम पंचायत के अंतर्गत पांच किलोमीटर के क्षेत्र को आदर्श ग्राम के रूप में विकसीत करने के उद्देश्य से कार्य योजना बनाई गई है, जिसमें ग्राम पंचायत कस्तुरमेटा, ईरकभट्टी, मसपुर शामिल हैं। इन सभी ग्राम पंचायतों को आदर्श ग्राम बनाने हेतु पंचायतों में सड़क, बिजली, पानी, पोस्ट आफिस, आंगनबाड़ी, सामुदायिक भवन निर्माण सहित तालाबों के मरम्मत एवं महिलाओं हेतु निर्मला घाट बनाने के प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने-अपने जन्म दिवस के अवसर पर विद्यालयों में बच्चों के साथ न्योता भोजन उत्सव के रूप में मनाने निर्देशित किये हैं। बैठक में अपर कलेक्टर बीरेन्द्र बहादुर पंचभाई, एसडीएम अभयजीत मंडावी, डिप्टी कलेक्टर डॉ. सुमित गर्ग, उप संचालक कृषि बीएस बघेल, जिला कोषालय अधिकारी हरिश साहू, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।