- मामला – कोयला खान भविष्य निधि घोटाले की
कोरबा
कोयला खान भविष्य निधि घोटाले की जांच सीबीआई से कराने और खदानों में काम करने वाले ठेका मजदूरों की समस्या को लेकर भारतीय मजदूर संघ ने आंदोनलन करने का निर्णय लिया है। आंदोलन तीन दिन तक चलेगा। चौथे दिन जीएम कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।
पहले दिन 8 जनवरी को कोरबा, गेवरा, दीपका और कुसमुंडा एरिया में गेट मीटिंग का आयोजन किया गया, जो बुधवार तक जारी रहा। मजदूरों के बीच कोयला खान भविष्य निधि में हुए लगभग 900 करोड़ रुपये के घोटाले पर चर्चा की गई। घोटाले से मजदूरों पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी दी गई। गेट मीटिंग के दौरान कोयला खदानों में काम करने वाले ठेका मजदूरों की वर्तमान स्थिति पर चर्चा किया गया। मजदूर संघ ने माना कि आउटसोर्सिंग पर काम करने वाली ठेका कंपनियों में मजदूरों को शोषण हो रहा है। उन्हें कंपनी की ओर से निर्धारित मानदेय नहीं मिल रहा है। कंपनियों सामाजिक सुरक्षा से वंचित कर रही हैं। मजदूर संघ की ओर से बताया गया है कि यह गेट मीटिंग 10 जनवरी तक जारी रही।
11 जनवरी से सभी एरिया मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। कोल सचिव एवं सीएमपीएफ कमिश्नर, धनबाद (झारखंड) के नाम क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय के जरिए ज्ञापन सौंपा जाएगा। सीएमपीएफ घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की जाएगी। गौरतलब है कि कोयला खान भविष्य निधि में हुई गड़बड़ी की जांच की मांग को लेकर श्रमिक संगठन कई बार आवाज उठा चुके हैं।