बिहार के आरा में रहने वाले 17 साल के संजय कुमार का शव जबलपुर रेलवे स्टेशन की एक ट्रेन के बाथरूम में मिला। मामले की खबर लगते ही जीआरपी के जवान मौके पर पहुंच गए। मृतक आरा जिले के भोजपुर का रहने वाला था। संजय कुमार एक युवती के वीकली ट्रेन 01040 समस्तीपुर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस से बिहार से सूरत जा रहा था। उसने दिव्यांग कोच के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
जीआरपी ने बताया कि ट्रेन जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर पहुंची, तब मोके पर जीआरपी पहुंची और शव का पंचनामा कर पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजकर मृतक के परिजनों को सूचना दी। जिस समय ट्रेन के कोच में 17 साल के किशोर का शव मिला था, उस समय उसके साथ एक किशोरी भी थी। किशोरी ने पूछताछ के दौरान जीआरपी पुलिस को बताया कि दोनों आरा जिले के भोजपुर के रहने वाले हैं। दोनों ने परिवार वालों की अनुमति के बिना शादी की और भागकर सूरत जा रहे थे। दोनों ही 23 अप्रैल को घर से भागे थे।
शनिवार को युवक का शव बिहार स्थित उसके गांव पहुंचने के बाद परिजनों ने जमकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने अहिरपुरवा के पास सड़क पर आगजनी कर प्रदर्शन किया। परिवार का आरोप है कि प्रेमिका ने ही उसकी हत्या की है। हालांकि जबलपुर जीआरपी इसे खुदकुशी बता रही है। जीआरपी पुलिस की पूछताछ में किशोरी ने बताया कि संजय बार-बार उसके पिता को गाली दे रहा था। जिसके चलते विवाद हुआ था।
संजय जब बात कर रहा था तो वह अपनी सीट पर सो गई
किशोरी का कहना है कि संजय जब बात कर रहा था तो वह अपनी सीट पर सो गई। आधे घंटे तक जब वह सीट पर नहीं आया तो किशोरी उसे तलाश करते हुए बाथरूम तक पहुंची। दरवाजा अंदर से बंद था, किशोरी ने कई बार धक्का दिया, तो दरवाजा खुल गया। बाथरूम के अंदर संजय ने अपने लाल गमछे से फांसी लगा ली थी। किशोरी ने अपनी क्लिप से गमछे को काटा और फिर शव को वहां मौजूद लोगों की मदद से सीट पर लिटा दिया। कोच में मौजूद लोगों ने टीटी को सूचना दी। ट्रेन के जबलपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद उसे नीचे उतारा गया।