बेमेतरा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा के अध्यक्ष/जिला एवं सत्र न्यायाधीश वृजेन्द्र कुमार शास्त्री के मार्गदर्शन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा, सचिव जसविंदर कौर अजमानी मलिक की उपस्थिति में ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल बेमेतरा में विधिक जागरूक्ता शिविर का आयोजन कर छात्र-छात्राओं को सायबर क्राइम मोबाइल फ्रॉड व अन्य कानूनी संबंधित जानकारी दी गई। सचिव, जसविंदर कौर अजमानी मलिक ने छात्र-छात्राओं को सोशल मिडिया के कानूनी दुष्परिणाम के बारे में विस्तार से जानकारी दिया और बतायी कि अपने दैनिक दिनचर्या एवं पारिवारिक नीजि जीवन में जितना हो सके स्मार्ट फोन से दूर रहकर अपने परिजनों के साथ अच्छा समय व्यतीत करे और अपने पढ़ाई पर फोकस करे। उन्होंने बताया कि इस प्रकार फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट में लड़के-लड़किया एक दूसरे से दोस्ती कर मेल-मुलाकात करते हैं और बाद में दुखद घटना का शिकार हो जाते हैं। सचिव ने बच्चों से आग्रह किया कि जब भी मौका लगे तब मोबाईल पर वे अपना समय व्यतीत करने की अपेक्षा अपने परिजनों के साथ समय बिताये और उनसे खुलकर बात-चीत करे। सचिव ने बतायी कि फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, ट्विटर में अपने व्यक्तिगत जानकारी पर्सनल फोटाग्राफ्स को अनावश्यक रूप से साझा नहीं करना चाहिए तथा इन सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से किसी के भी साथ जान-पहचान दोस्ती को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। उन्होंने बच्चों को मोबाइल से दूर रहकर अच्छी-अच्छी किताबों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। सायबर सेल के प्रधान आरक्षक लोकेश सिंह के द्वारा छात्र-छात्राओं को फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, ट्वीटर, यूट्यूब एवं गूगल सर्च इंजन के माध्यम से होने वाले विभिन्न प्रकार की साइबर अपराध के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बच्चों को बताया कि किसी भी अंजान व्यक्ति के व्हाट्सएप कॉल, वीडियो कॉल को अटेंड नहीं करना है, किसी भी प्रकार के ऑनलाइन लिंक पर क्लिक नहीं करना है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से होने वाले अपराधों से बचने के लिए हमेशा यह सुनिश्चित कर ले कि जो व्यक्ति फोन पर स्वयं को आपका पहचान वाला या कोई करीबी रिश्तेदार होना बता रहा है, वह वास्तव में वही व्यक्ति है या नहीं क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से अपराध करने वाले व्यक्ति हुबहू वैसे ही आवाज की नकल कर बात करते हैं। प्रधान आरक्षक ने छात्राओं को विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के किसी भी अपराध की भनक लगते ही तत्काल अपने परिजन, शिक्षक अथवा करीबी व्यक्ति को बताने से नहीं डरने के लिए आग्रह किया। प्राधिकरण द्वारा छात्र-छात्राओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से “गुड टच, बैड टच“ पर आधारित शॉर्ट मूवी दिखाया गया। विधिक जागरूकता शिविर में ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल की प्राचार्य डॉ. अलका तिवारी, स्कूल के गणमान्य शिक्षकगण, सायबर सेल के आरक्षक पंचराम साहू, पैरालीगल वालेन्टियर्स सोनिया राजपूत, स्वाति कुंजाम, चेतन सिंह, चंद्र किशोर एवं पंकज घृतलहरे उपस्थित थे।