- कक्षा 1 से 12वीं तक NEP के अनुरूप पाठ्य सामग्री में होगा बदलाव
रायपुर।
स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिध्दार्थ कोमल परदेशी आज एस सीईआरटी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के त्वरित क्रियान्वयन हेतु लोक शिक्षण संचालनालय समग्र शिक्षा व एनसीईआरटी के अधिकारियों के साथ बैठक की।
स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव सिध्दार्थ कोमल परदेशी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में की गई अनुशंसा अनुसार व छत्तीसगढ़ की संस्कृति व परंपरा को ध्यान में रखकर कक्षा 1 से 12वीं तक की पुस्तकों का शीघ्र निर्माण किया जाए। शिक्षा की गुणवत्ता हेतु प्रशिक्षण को प्रभावी बनाने डीपीआई समग्र शिक्षा व एससीईआरटी तीनों के समन्वय से एक सप्ताह के भीतर रणनीति बनाकर प्रशिक्षण प्रारंभ करें।
स्कूल शिक्षा विभाग के सभी प्रमुख निकायों के बेहतर समन्वय से ही शिक्षा गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकता है। उन्होंने स्टेट करिकुलम फ्रेमवर्क हेतु स्टीयरिंग कमेटी की बैठक अशासकीय संस्थाओं के लिए रणनीति पाठ्य पुस्तक व प्रशिक्षण रणनीति एक सप्ताह में निर्धारित करने के निर्देश दिए l राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप तहत कक्षा एक से 12 तक पाठ्य पुस्तक नवंबर दिसंबर तक तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बुनियादी कार्य को प्राथमिकता प्रदान करने व अतिरिक्त कार्य जैसे छत्तीसगढ़ की अन्य भाषाओं बोलियां में सामग्री तैयार करने के निर्देश दिए l सचिव परदेशी ने आज सबसे ज्यादा फोकस प्रशिक्षण को प्रभावित प्रशिक्षण बनाने पर दिया।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षकों व शिक्षकों के चिन्हांकन व चयन का मापदंड निर्धारित किया जावे उन्होंने आवश्यकता आधारित वी परिणाम मूलक प्रशिक्षण ,अवधि में वृद्धि किए जाने बच्चों में लीडरशिप व पर्सनालिटी डेवलपमेंट सहित महत्वपूर्ण विषयों को शामिल करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में एससीईआरटी शिक्षा महाविद्यालय के अलावा प्रशासनिक कार्य करने वाले अधिकारियों अर्थात प्राचार्य स्तर की ट्रेनिंग छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी में व अन्य शिक्षकों की ट्रेनिंग ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान जैसे शासकीय संस्थानों में भी किया जावे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के शिक्षकों की संख्या को ध्यान में रखते हुए जिले व ब्लॉक स्तर पर भी गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन किया जावे उन्होंने 27 मई से सभी डाइट में व ब्लॉक मुख्यालय में 10 जून से प्रशिक्षण प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया की स्कूल खुलने से पहले ऐसा वार्षिक शैक्षिक कैलेंडर बनाया जावे जो शिक्षक भर सके और पढ़ सकें। शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत अशासकीय संस्थाओं के कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए 33 जिलों में मैपिंग किए जाने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने सभी अशासकीय संस्थाओं से समर कैंप लगाए जाने की अपील की। उन्होंने राज्य में स्थापित होने वाले विद्या समीक्षा केंद्र पर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक संजीव कुमार झा व लोक शिक्षण संचालक दिव्या उमेश मिश्रा ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत किया इस बैठक में अतिरिक्त संचालक जेपी रथ के सी काबरा, डॉ योगेश शिवहरे, के कुमार, उप संचालक आशुतोष चावरे, अशोक नारायण बंजारा, वित्त नियंत्रक धीरज नसीने सहित एससीईआरटी के प्रकोष्ठ प्रभारी गण उपस्थित थे।