सक्ती I राज्य में धान खरीदी बंद हुए अब काफी दिन बीत चुके हैं,परंतु उपार्जन केन्द्रों में धान का अंबार अभी भी लगा हुआ है। लेकिन अब उपार्जन केंद्र के कर्मचारियों को धान का रखरखाव के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है एक ओर जहां धान का उठाव करने में संबंधित अधिकारी पूरी तरह से फेल नजर आ रहे हैं। वही इस संबंध में अगर जिले के डीएमओ से बात की जाती है तब उनका कहना होता है कि हम जल्द से जल्द धान का उठाओ करा लेंगे परंतु यह कहते उनको काफी दिन बीत चुका है। और उपार्जन केंद्र की स्थिति लगभग पहले जैसी ही बनी हुई है। कई उपार्जन केंद्र में इतना अधिक मात्रा में धान रखा हुआ है कि उपार्जन केंद्र के प्रभारी जितनी मशक्कत खरीदी के समय नहीं किए थे उससे ज्यादा अब खरीदी बीत जाने के बाद उसके रखरखाव में कर रहे हैं। जबकि इस संबंध में सहकारी कर्मचारी संघ जिला शक्ति द्वारा कई बार मौखिक रूप से और लिखित रूप से जानकारी संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है यहां तक इस मामले को लेकर एकदिवसीय सांकेतिक धरना का भी प्रदर्शन किया जा चुका है। उसके बाद भी हल नहीं निकलता देख अब सहकारी कर्मचारी संघ जिला शक्ति अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ चुके हैं परंतु इन सब बातों को लेकर लगता है अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। उपार्जन केंद्र के कर्मचारियों का कहना है कि धान खरीदी से पहले अधिकारी पूरा विश्वास दिलाते हैं कि 72 घंटे के अंदर खरीदी की गई पूरा धान का उठाव हो जाएगा परंतु आज माह बीतने को आ गया है और अभी तक उठाव नहीं हुआ है। अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे सहकारी कर्मचारी संघ का कहना है कि धान उपार्जन केन्द्रों में रखे धान में सुखत आ रही है जिसमें समितियां में शॉर्टेज आना संभावित है जिसके लिए खरीदी प्रभारी को जवाबदार ना मान जावे, समितियां को होने वाले शॉर्टेज एवं नुकसान की क्षतिपूर्ति की वसूली विपणन संघ से की जावे, उपार्जन केन्द्रों में रखे हुए धान को चूहे दीमक एवं बारिश से नुकसान हो रहा है जिसमें समितियां में बारदाना शॉर्टेज संभावित है, खराब एवं क्षतिग्रस्त बारदानों की राशि की कटौती समितियां से ना की जावे, खराब बारदाने की वापसी संबंधित विभाग से कराई जावे, जिले के समस्त उपार्जन केन्द्रों में खरीदी किए गए संपूर्ण धानो का शीघ्र डिओ जारी कर परिवहन कराई जाए, एवं समितियां को होने वाली नुकसानों के लिए समिति एवं समिति के कर्मचारियों को जिम्मेदार न समझा जावे अब देखना यह है की अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे सहकारी कर्मचारी संघ जिला सक्ती की आवाज प्रशासन को सुनाई देता है कि नहीं या फिर उन्हें अपना जंग लंबे समय तक लड़ना पड़ेगा।
क्या कहते हैं संघ के अध्यक्ष
सहकारी समिति कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष एकलव्य चन्द्रा का कहना है कि पूरे जिला में 10 लाख कुंटल धान का उठा होना बाकी है जो उपार्जन केन्द्रों में पड़े हुए हैं। आज खरीदी बंद हुए लगभग 20 दिन हो चुके हैं। जिसके कारण सुखत आने की पूरी संभावना है वहीं खराब मौसम के कारण बारदाना और धान भी प्रभावित हो रहा हैं इन सब की जिम्मेदारी समिति प्रभारी खरीदी प्रभारी को ना मान कर विपणन को माना जाए और जल से जल्द धान का उठाव किया जाए।