बेमेतरा । कलेक्टर रणबीर शर्मा ने रविवार को कलेक्टोरेट के दिशा सभाकक्ष में जिले के सभी राईस मिलर्स की बैठक लेकर कस्टम मिलिंग एवं धान उठाव की समीक्षा बैठक ली । कलेक्टर ने कस्टम मिलिंग अंतर्गत भारतीय खाद्य निगम एवं नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमा कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने समय पर कार्य नहीं करने वाले अधिकारियों या कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। इसका मतलब है कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी अपने कर्तव्यों का समय पर पालन नहीं करता है या कार्यों में देरी करता है, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही कार्यों मे लापरवाही बरतने वालों पर भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए | इस निर्देश का उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों में तेजी लाना और सुनिश्चित करना है कि कस्टम मिलिंग एवं धान उठाव की प्रक्रियाओं का पालन समय पर और सही तरीके से किया जाए। यह भी सुनिश्चित करता है कि कस्टम मिलिंग, और धान उठाव कार्य बिना किसी बाधा के संचालित हों, ताकि किसानों और आम जनता को इसका लाभ मिल सके। कलेक्टर ने अधिकारियों/कर्मचारियों और राईस मिलर्स को 15 दिवस के भीतर शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये है। इसका मतलब है कि उन्हें निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी कार्यों को पूरी तरह से और बिना किसी कमी के पूरा करना होगा। इसके साथ ही कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि 15 दिनों के भीतर ये कार्य पूरे नहीं होते हैं, तो संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। इससे प्रशासनिक कार्यों में तेजी और दक्षता सुनिश्चित होगी, और यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि धान उठाव, कस्टम मिलिंग के कार्य समय पर और प्रभावी ढंग से पूरे हों।
बता दें कि जिले में कुल 125 राईस मिलर्स पंजीकृत हैं, जिनके माध्यम से समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान का कस्टम मिलिंग कार्य कराया जा रहा है । वर्तमान में जिले के सभी राईस मिलर्स को भारतीय खाद्य निगम एवं नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमा करने अनुबंध किया गया है तथा उनके द्वारा कस्टम मिलिंग कार्य किया जा रहा है। मिलर्स द्वारा चावल जमा कार्य में हमालों की कमी की समस्या से अवगत कराया गया। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में खरीदी केंद्रों से धान उठाव की समीक्षा बैठक में बताया गया की जिले में अब तक 934687 मिट्रिक टन धान उपार्जन किया गया है | कस्टम मिलिंग अंतर्गत चावल उपार्जन की समीक्षा में पाया गया की जिले में फोर्टिफाईड एफ.सी.आई. अरवा अंतर्गत 206086.5 मे.टन लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसमे धान उठाव का अनुपातिक चावल 205766 मे.टन, चावल जमा 65408.99 मे.टन, चावल जमा हेतु शेष 140357 मे.टन है | इसके पश्चात् फोर्टिफाइड एफसी आई उसना का जिले में 51712.2 मे.टन लक्ष्य निर्धारित की गई थी जिसमे धान उठाव का अनुपातिक चावल 50967 मे.टन, चावल जमा 25923.13 मे.टन, चावल जमा हेतु शेष 24044 मे.टन हुई है | इसके अलावा नागरिक आपूर्ति निगम मे कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन की समीक्षा अंतर्गत नान अरवा का 3697.12 मे.टन लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसमे धान उठाव का अनुपातिक चावल 3697 मे.टन, चावल जमा 3049.64 मे.टन, चावल जमा हेतु शेष 647 मे.टन हुई है एवं नान फोर्टिफाइड अरवा अंतर्गत 98076.45 मे.टन लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसमे धान उठाव का अनुपातिक चावल 98074 मे.टन, चावल जमा 72434.56 मे.टन, चावल जमा हेतु शेष 25639 मे.टन हुई है।
जिले में अब तक लगभग एफसीआई मे कस्टम मिलिंग अंतर्गत 35 एवं नान मे कस्टम मिलिंग अंतर्गत 74 प्रतिशत चावल जमा का कार्य पूर्ण हो चुका है। कलेक्टर ने शेष प्रतिशत चावल जमा कराने के लिए विभागीय अधिकारी को मानिटिरिंग करने एवं राईस मिलर्स को यथाशीघ्र चावल जमा करने निर्देशित किया। जिलाधीश ने कहा की जो रईस मिलर्स अपना काम गंभीरता से नहीं कर रहें हैं उन पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में जिला खाद्य अधिकारी गणेश कुर्रे , जिला विपणन अधिकारी, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम एवं अन्य संबंधित अधिकारी तथा जिले के राईस मिलर्स के सदस्य उपस्थित थे।