कलेक्टर ने जनसंपर्क विभाग के एलईडी और कला जत्था दल को किया रवाना

छत्तीसगढ़

सारंगढ़ बिलाईगढ़ । कलेक्टर के एल चौहान ने कलेक्टोरेट परिसर से जिले में कला जत्था और एलईडी टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर नोडल अधिकारी हरिशंकर चौहान भी उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजनों को बताने और उनका अधिक से अधिक लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए यह दल कार्य करेगा। कलेक्टोरेट परिसर से रवाना की गई इस एलईडी स्क्रीन वैन को जनसम्पर्क विभाग ने तैयार कराया है। यह वैन आगामी दिनों में सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के ग्राम पंचायतों और हाट-बाजारों में पहुंचकर लोगों को सरकार की जनहितकारी योजनाओं से रूबरू कराएगा। इस एलईडी वैन पर हमने बनाया, हम ही संवारेंगे और मोदी की गारंटी (प्रधानमंत्री) तथा विष्णु का सुशासन (मुख्यमंत्री) स्लोगन के साथ महतारी वंदन योजना सहित अन्य शासकीय योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई हैं।

एलईडी वैन की सज्जा छोटे ट्रक पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाकर बनाई गई है। एलईडी वैन की स्क्रीन लगभग 5 फीट तक उपर उठ सकती है। एलईडी में प्रदर्शित शासकीय योजनाओं के वीडियो दिन में सूर्य के प्रकाश में भी स्पष्ट दिखाई देंगे। इसके साथ ही एलईडी के ऑडियो सिस्टम से लोगों को प्रदर्शित योजनाओं की पूरी जानकारी ग्राम पंचायत या हाट-बाजार में ही मिल जायेगी। पूरा एलईडी सिस्टम वैन में स्थापित जनरेटर के माध्यम से लगातार संचालित रहेगा। यह एलईडी वैन तय रूट चार्ट अनुसार ज़िले के सभी ब्लॉकों के ग्राम पंचायतों-हॉट बाज़ारों में जाकर सरकारी योजनाओं का प्रचार करेगी। वैन हर दिन लगभग 4 ग्राम पंचायतों में जाएगी। वैन में चालक-ऑपरेटर सहित कुछ लोग साथ रहेंगे, जो लोगों को जन कल्याणकारी योजनाओं के फायदे लेने के बारे में भी बताएंगे। यह वैन ग्रामीण इलाकों में जाकर विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चिन्हित करने में भी मदद करेगी।

कलेक्टर श्री चौहान ने लोगों से शासकीय योजनाओं को समझ कर उनका अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। इस मोबाइल स्क्रीन वैन के माध्यम से राज्य शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे रुपये 3100 प्रति क्विंटल की दर से  किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की ख़रीदी, 3716 करोड़ रुपये 13 लाख किसानों को मिला 2 वर्ष का बकाया धान का बोनस, तेंदूपत्ता संग्रहण बड़े दाम,  रामलला दर्शन योजन के तहत छत्तीसगढ़ के तीर्थ यात्रियों को अयोध्या में रामलला के दर्शन आदि को छोटी-छोटी फिल्मों के माध्यम से बताया जाएगा।