महासमुन्द । जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों को स्वच्छ, सशक्त और व्यवस्थित बनाने व स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से निर्मल आंगनबाड़ी अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक पहल की गई है। कलेक्टर प्रभात मलिक ने अभियान का शुभारंभ करते हुए पंचायत प्रतिनिधियों को निरीक्षण की जिम्मेदारी दी है। इस संबंध में आज समय सीमा की बैठक में निर्मल आंगनबाड़ी अभियान की रूपरेखा प्रोग्राम मैनेजर महेन्द्र आर्य द्वारा पॉवर पॉईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। जिले में यह अभियान 10 जनवरी तक चलेगा। इस अभियान में सरपंच, सचिव की मुख्य भूमिका रहेगी। जो कि अपने ग्राम पंचायत के केन्द्रों में हो रहे बदलाव के निरीक्षण एवं क्रियान्वयन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। कलेक्टर ने जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भी सप्ताह में कम से कम एक बार आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने कहा है।
महासमुंद जिले में एस्पिरेशनल भारत कॉलेबोरेटिव आकांक्षी जिला नीति आयोग की सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन के माध्यम से स्वस्थ ग्राम पंचायत थीम के अंतर्गत निर्मल आंगनबाड़ी अभियान 17 अक्टूबर से 05 नवम्बर 2023 तक बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए चलाया गया था। जिसके माध्यम से महासमुंद विकासखण्ड के 32 आंगनबाड़ी केन्द्रों को बेहतर, आकर्षक, स्वच्छ बनाने का प्रयास किया गया है। इस अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी, सुपरवाईजर एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग मिला। पंचायत के प्रतिनिधि एवं ग्रामीणजनों ने भी इस अभियान की सराहना की। प्रथम चरण में समुदायों में सकारात्मक परिणाम देखने को मिला। बैठक में जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, अपर कलेक्टर निर्भय साहू, जिला कार्यक्रम अधिकारी समीर पांडेय सहित पिरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर महेन्द्र आर्य, प्रोग्राम लीडर रीचा साहू और यास्मीन मेमन मौजूद थे। इस अवसर पर कलेक्टर द्वारा अभियान का बुकलेट जारी किया गया।